बिना प्रिंसिपल के चल रहे मुंबई विश्वविद्यालय के 178 कालेज

आरटीआई से मिली जानकारी बिना प्रिंसिपल के चल रहे मुंबई विश्वविद्यालय के 178 कालेज

Anita Peddulwar
Update: 2022-01-15 14:23 GMT
बिना प्रिंसिपल के चल रहे मुंबई विश्वविद्यालय के 178 कालेज

डिजिटल डेस्क,मुंबई । देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के शिक्षा जगत से एक चौकाने वाला तथ्य सामने आया है। मुंबई विश्वविद्यालय के तहत 178 कॉलेज में प्रिंसिपल ही नहीं हैं। सूचना अधिकार कानून (आरटीआई) से यह जानकारी सामने आई है।   आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुंबई यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आनेवाले कॉलेजोंमें प्रिंसिपल की नियुक्ति से जुड़ी जानकारी मांगी थी। मुंबई यूनिवर्सिटी के कॉलेज टीचर रिकॉग्निशन सेल ने 38 पेज की लिस्ट दी। इस सूची में कुल 808 कॉलेज सूचीबद्ध हैं, जिनमें से 81 कॉलेजों में प्राचार्य के स्थान पर निदेशक का पद है जबकि 727कॉलेजों में से 178 कालेज बगैर प्रिंसिपल के चल रहे हैं। 23 कॉलेजों की जानकारी यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं है।

जिन कॉलेज में प्रिंसिपल जैसा महत्वपूर्ण पद रिक्त हैं या प्रभारी के हाथ में दारोमदार हैं उनमें केजे सोमय्या, ठाकुर एज्युकेशनल ट्रस्ट, शहीद कलानी मेमोरियल ट्रस्ट, तलरेजा महाविद्यालय, वर्तक महाविद्यालय, बॉम्बे फ्लॅइंग क्लब महाविद्यालय, रामजी असार महाविद्यालय, गुरुनानक विद्यक भांडुप, शेठ एनकेटीटी महाविद्यालय, जितेंद्र चौहान महाविद्यालय, मंजरा महाविद्यालय, रिजवी महाविद्यालय, अकबर पिरभोय महाविद्यालय, संघवी महाविद्यालय, विवेकानंद महाविद्यालय, विलेपार्ले केलवानी महाविद्यालय, बॉम्बे बंट्स महाविद्यालय, आरआर एज्युकेशन महाविद्यालय, एचआर महाविद्यालय, अंजुमन इस्लाम महाविद्यालय जैसी नामीगिरामी शिक्षा संस्थाओं का समावेश हैं।गलगली के अनुसार, ऐसे कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई करना उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री और मुंबई विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री एवं वाइस चांसलर ने किस आधार पर नवीन पाठ्यक्रम को स्वीकृत करते हुए प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की। ऐसे कॉलेजों में नए पाठ्यक्रम की अनुमति कैसे दी जा सकती है, जहां प्रिसिंपल ही नहीं हैं। 


 

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