चेन्नई: रिश्वत न देने पर SI ने छात्र को बेरहमी से पीटा, सस्पेंड

चेन्नई: रिश्वत न देने पर SI ने छात्र को बेरहमी से पीटा, सस्पेंड

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-22 17:33 GMT
चेन्नई: रिश्वत न देने पर SI ने छात्र को बेरहमी से पीटा, सस्पेंड

डिजिटल डेस्क, चेन्नई। चेन्नई में पुलिस की बर्बरता का एक मामला सामने आया है। यहां पर रिश्वत न देने पर सब-इंस्पेक्टर ने एक 22 साल के छात्र की लाठी और डंडों से पिटाई कर दी। पुलिस ने छात्र को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। छात्र ने इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की। मामला सामने आने के बाद आरोपी सब-इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है और डेप्यूटी रैंक के अधिकारी को डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी के लिए नियुक्त किया गया है।

ये मामला 19 जुलाई का है जब 22 साल के अंडर ग्रेजुएट छात्र हारुण सैट रात करीब 11.30 बजे अपने दो दोस्तों के साथ एस शादी समारोह से लौट रहे थे। तभी स्परटैंक रोड चेटपेट पर कुछ पुलिस ऑफिसर्स ने उन्हें रूटीन चैकिंग के लिए रोका। हारुण अपने स्कूटर पर अकेला था तो वहीं उसके दो दोस्त दूसरी स्कूटर पर थे। उसके दोस्तों के पास लाइसेंस नहीं था तो उनसे 300 रुपए की घूस मांगी गई। सब-इंस्पेक्टर एम.एच इलैयाराजा के कहने पर उन्होंने पुलिस कॉन्सटेबल को ये पैसे दे दिए। इसके बाद इलैयाराजा ने हारुण से लाइसेंस और आरसी बुक मांगी।

हारुण के पास उसकी फोटोकॉपी थी, लेकिन इलैयाराजा इस बात पर अड़ गया कि उसे ओरिजनल कॉपी ही देखना है और अप्रत्यक्ष तौर पर वह हारुण से भी रिश्वत मांगने लगा। जब हारुण ने रिश्वत नहीं दी और कहा कि वह स्कूटर थाने ले जाए और वह सुबह आकर ओरिजनल लाइसेंस और आरसी बुक दिखा देंगे तो एसआई ने उसे पीटना शुरू कर दिया। एसआई ने पहले तो उसे थप्पड़ मारा और फिर लाठी और डंडों से उसकी पिटाई करता रहा। आस पास मौजूद अन्य लोग और कॉन्स्टेबल उस वक्त ये सब कुछ तमाशबीन बनकर देखते रहे। इसके बाद उसे वह चेटपेट पुलिस स्टेशन ले गया। अपने घर पर फोन करने पर उसने मोबाइल भी छीन लिया। इसके बाद जैसे तैसे परिजन थाने पहुंचे और हारुण को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

यहां पर भी कई पुलिस अधिकारियों ने हारुण पर शिकायत न करने और मामले को रफा दफा करने का दबाव बनाया। इसके बाद हारुण ने अपने परिजनों के साथ इस मामले की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सब-इंस्पेक्टर इलैयाराजा को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं इस मामले को लेकर डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी बैठाई गई है। डेप्यूटी रैंक के अधिकारी इसकी जांच कर रहे है।