बारिश से लबालब अपर वर्धा बांध के खुले सभी 13 गेट

अमरावती बारिश से लबालब अपर वर्धा बांध के खुले सभी 13 गेट

Anita Peddulwar
Update: 2022-07-16 10:47 GMT
बारिश से लबालब अपर वर्धा बांध के खुले सभी 13 गेट

डिजिटल डेस्क, मोर्शी (अमरावती)। अमरावती जिले को वरदान साबित हुए अपर वर्धा बांध में तेजी से जलस्तर बढ़ता रहने से सभी 13 गेट खोले गए हैं। इसमें से 9 गेट 70 सेंमी तथा चार गेट 60 सेंमी खुले रख 1392 दलघमी क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा हैं। बांध के 13 दरवाजे खोले जाने की जानकारी मिलते ही इस विहंगम दृश्य को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटकों की भीड़ यहां जुट रही है।  अपर वर्धा बांध के पुल से मोर्शी मार्ग होते हुए आष्टी, तलेगांव, आर्वी, वर्धा की तरफ एसटी बसें छुटती रहने से 13 गेट खोलने की जानकारी अपर वर्धा बांध के अधिकारियों ने एसटी डिपो व्यवस्थापक मिथुन शर्मा को दी थी। लेकिन नदी में छोड़ा गया पानी पुल के नीचे से बहता रहने से मोर्शी से आष्टी, तलेगांव, आर्वी मार्ग का यातायात हर दिन की तरह नियमित शुरू है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 जुलाई की शाम 5 बजे से मोर्शी शहर व संपूर्ण तहसील में मूसलाधार बारिश शुरू है। अपर वर्धा बांध क्षेत्र में भी भारी वर्षा शुरू रहने से बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ता गया। इस कारण सर्वप्रथम इस बांध के 13 में से 3 दरवाजें 13 जुलाई की शाम 7 बजे 5 सेंमी तक खोले गए और 24 दलघमी क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया था। लेकिन बांध में जलस्तर लगातार बढ़ता रहने से बांध में जलसंग्रहण तेजी से बढ़ता जा रहा है। मध्यप्रदेश की तरफ से बहकर आनेवाली जाम व मालू नदी उफान पर रहने से बांध का फिर से जलस्तर बढ़ने की संभावना दर्शायी जा रही है। इस कारण 13 जुलाई की रात ही चार और दरवाजें खोले गए। वर्तमान में अपर वर्धा बांध का उच्चतम स्तर 341.19 मीटर है और 80.11 प्रतिशत जलसंग्रहण हो गया है। इस कारण शुक्रवार, 15 जुलाई को बांध के 13 दरवाजे खोल दिए गए हंै। बांध के सभी दरवाजे खोले जाने से इस विहंगम दृष्य को देखने के लिए पर्यटकों की भी भीड़ होने लगी हंै। मोर्शी की उपविभागीय अभियंता मनाली नंदागवली, मोर्शी के सहायक अभियंता गजानन साने, सुयोग वानखडे डेरा जमाकर परिस्थिति पर नियंत्रण रखे हुए है। मोर्शी के थानेदार श्रीराम लांबाडे के नेतृत्व अप्पर वर्धा बांध परिसर में पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त तैनात किया गया है। बांध परिसर में कोई भी अप्रिय घटना घटित न हो, इसके लिए पर्यटकों को सभी 13 दरवाजे खोले जाने के बाद आसपास के परिसर में घूमने पर पाबंदी लगाई गई है। 

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