नागपुर के निलडोह-डिगडोह के लिए जलापूर्ति योजना को मंजूरी, धुलिया से शुरू होगी विमान सेवा

नागपुर के निलडोह-डिगडोह के लिए जलापूर्ति योजना को मंजूरी, धुलिया से शुरू होगी विमान सेवा

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-30 15:04 GMT
नागपुर के निलडोह-डिगडोह के लिए जलापूर्ति योजना को मंजूरी, धुलिया से शुरू होगी विमान सेवा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रीय पेयजल कार्यक्रम के तहत नागपुर जिले के हिंगणा तहसील के निलडोह-डिगडोह गांव में जलापूर्ति योजना के लिए प्रशासकिय मान्यता मिल गई है। इस योजना के लिए 44 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। बुधवार को मंत्रालय में हुई बैठक के बाद राज्य के जलापूर्ति मंत्री बबनराव लोणीकर ने यह जानकारी दी।

लोणीकर ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम 2018-19 के वार्षिक कृति प्रस्ताव में निलडोह-डिगडोह के लिए जलापूर्ति योजना को शामिल किया गया था। अब इससे इस गांव की पानी समस्या का हमेशा के लिए समाधान हो जाएगा। इस योजना का काम तुरंत शुरू करने का निर्देश दिया गया है। इस योजना के लिए वेन्ना बांध का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। 2035 जनसंख्या वाले इस गांव में पेयजल समस्या दिन प्रतिदिन विकट हो रही थी। नागपुर शहर के समीप स्थित निलडोह-डिगडोह गांव की जनसंख्या तेजी से बढ़ी है। इसलिए यहां पानी की किल्लत हो रही है।    

धुलिया से शुरु होगी यात्री विमान सेवा, नंदुरवार में भी बनेगा हवाई अड्डा 
    
धुलिया के गोंदूर हवाई अड्डे को अत्याधुनिक कर यात्री विमान परिवहन शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही मुंबई फ्लाईंग क्लब की तर्ज पर क्लब शुरू किया जाएगा। वहीं नंदूरबार में हवाई अड्डे बनाने के लिए विमान प्राधिकरण के अधिकारी जल्द ही निरीक्षण करेंगे। मंत्रालय में दोनों जिलों की हवाई सेवा को लेकर हुई बैठक के बाद प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल ने यह जानकारी दी। रावल ने कहा कि गोंदूर हवाई अड्डे पर "सेफ लैंडिंग एण्ड डेवलपमेंट की तर्ज पर सुधार किया जाएगा। फिलहाल गोंदूर हवाई अड्डे की हवाई पट्टी की लंबाई 1 हजार 380 मीटर है। इस कारण यहां पर 19 सीटर विमान उतर नहीं सकते हैं। यहां से यात्री विमान परिवहन सेवा शुरू करने के लिए हवाई पट्टी 1 हजार 700 से 1 हजार 800 मीटर तक होने की जरूरत है। इससे 72 सीटर विमान उतर सकेगा।