बलौदाबाजार : गौठानों में गायों को हरा चारा खिलाने सवा 3 सौ एकड़ में चारागाह विकास

बलौदाबाजार : गौठानों में गायों को हरा चारा खिलाने सवा 3 सौ एकड़ में चारागाह विकास

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-07-24 09:06 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, बलौदाबाजार, 23 जुलाई 2020 बलौदाबाजार जिले नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत 49 चारागाह विकसित किये गये हैं। इन चारागाहों में गायों को खिलाने के लिए लगभग सवा 3 सौ एकड़ क्षेत्र में चारे की बोआई की गई है। इनमें नेपियर, मक्का और ज्वार जैसे पौष्टिक चारे वाले प्रमुख रूप से हैं।। चारे की बोआई लगभग 15 दिवस हो चुकी है। अधिकांश चारागाहों में फसलें लहलहा रही है। बलौदाबाजार जिले में राज्य सरकार की योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी अंतर्गत जिले में प्रथम चरण में 92 गौठान एवं द्वितीय चरण में 227 गौठान स्वीकृत किये गये गौठानों के साथ-साथ 167 चारागाह स्वीकृत किये गये है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बलौदाबाजार डाॅ. फरीहा आॅलम सिद्धिकी के निर्देशन एवं डाॅ. सी. के. पाण्डेय उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें जिला बलौदाबाजार भाटापारा के मागदर्शन में कुल 49 चारागाहों में पशु चारों की रोपाई एवं बोवाई की गयी है। कुल 49 चारागाहों के 42.75 एकड़ क्षेत्र में नेपियर और 44.7 एकड़ क्षेत्र में मक्का एवं 42.05 एकड़ क्षेत्र में ज़्वार का रोपण एवं बोवाई की गई है। आने वाले 30 से 45 दिनों में सभी चारागाहों से पशुओं के लिए हरा चारा का उत्पादन प्रारंभ हो जायेगा। जिसका उपयोग गौठान प्रबंधन समिति के माध्यम से गौठान में रखे गये पशुओं के लिए किया जावेंगा। जिससे पशुओं को पौष्टिक हरा चारा प्राप्त होगा एवं पशुओं के दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ प्रजनन क्षमता में वृद्धि होगी एवं उत्पादक वत्सों का जन्म होगा। जिससे ग्रामीणों के आर्थिक स्थिति में बढ़ोतरी होगी, साथ-साथ गोबर उत्पादन से भी आय अर्जित किया जा सकेगा। प्रत्येक गौठान में हरा चारा एवं पैरा को काटने के लिए हस्त एवं विद्युत चलित चाॅफ कटर की व्यवस्था की जा रही है, जिससे चारे एवं पैरे का पूरा उपयोग होगा एवं बरबादी नहीं होगी। पटेल/

Similar News