मप्र में बनेगा अध्यात्म विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की अधिसूचना

मप्र में बनेगा अध्यात्म विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की अधिसूचना

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-04 11:54 GMT
मप्र में बनेगा अध्यात्म विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की अधिसूचना

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में 15 सालों बाद सत्ता में कांग्रेस की वापसी हुई है। इस वापसी के साथ ही जहां एक तरफ प्रदेश में प्रशासनिक सर्जरी की जा रही है तो वहीं बीजेपी सरकार की योजनाओं की स्क्रटूनी भी हो रही है। अब कांग्रेस सरकार ने आनंद विभाग, धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग को मर्ज कर "अध्यात्म विभाग" का गठन करने का फैसला लिया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने अध्यात्म विभाग के गठन की अधिसूचना राजपत्र में प्रकाशन के लिए भी भेज दी है। माना जा रहा है कि कमलनाथ सरकार साधु संतों को खुश रखने के लिए इस विभाग का गठन कर रही है।

दरअसल कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने 112 पेज के वचन पत्र (घोषणा पत्र) में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर अध्यात्म विभाग बनाने का वादा किया था। जिसे अब वह पूरा करने जा रहा ही है। "अध्यात्म विभाग" में नर्मदा न्यास, ताप्ती, मंदाकिनी और क्षिप्रा नदी के न्यास का गठन, मध्यभारत गंगाजली निधि न्यास, पवित्र नदियों को जीवित इकाई बनाने के संबंध में कार्रवाई, राम वनगमन पथ में पड़ने वाले अंचलों का विकास सहित धर्मस्व और आनंद विभाग के अधीन आने वाले सभी विभाग काम करेंगे।

भारत और प्रदेश की मिश्रित संस्कृति के विकास के लिए ये विभाग काम करेगा। इसके अलावा धर्मस्थानों से जुड़े ऐतिहासिक स्थानों का रखरखाव, नगर, शहर और स्थानों को पवित्र घोषित करना, धार्मिक संस्थाओं की भूमि का प्रबंधन, पुजारी, महंत और कथावाचकों की नियुक्ति और उनको हटाने की जिम्मेदारी भी निभाएगा।