छिंदवाड़ा में कांग्रेस महापौर प्रत्याशी विक्रम अहके जीते, 48 में से 26 कांग्रेस के पार्षद भी हुए विजयी

नगरीय निकाय चुनाव परिणाम छिंदवाड़ा में कांग्रेस महापौर प्रत्याशी विक्रम अहके जीते, 48 में से 26 कांग्रेस के पार्षद भी हुए विजयी

Raja Verma
Update: 2022-07-17 10:53 GMT
छिंदवाड़ा में कांग्रेस महापौर प्रत्याशी विक्रम अहके जीते, 48 में से 26 कांग्रेस के पार्षद भी हुए विजयी

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। नगर निगम छिंदवाड़ा में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही हैं। मतगणना में शुरु से ही अपने प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी अनंत धुर्वे से आगे रहने वाले कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम अहके महापौर का चुनाव 3786 वोट से 
जीत गए हैं। वहीं 48 वार्डों में से 26 सीटें कांग्रेस और 18 सीटें भाजपा के खाते में गईं हैं। जबकि 4 निर्दलीयों ने भी जीत दर्ज की। जीत की घोषणा के साथ ही मतगणना स्थल के बाहर ढोल-बाजे बजना शुरु हो गए थे। नगर निगम छिंदवाड़ा में महापौर पद के 10 और पार्षद पद के 185 प्रत्याशी मैदान में हैं। बीते 6 जुलाई को 68.09 प्रतिशत मतदान हुआ था।

जीते-हारे प्रत्याशियों ने क्या कहा
नवनिर्वाचित नगर निगम छिंदवाड़ा प्रत्याशी विक्रम अहके ने कहा- ये छिंदवाड़ा की जनता की जीत हैं।  मतदाताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के कार्यों पर मुहर लगाई हैं। वहीं पराजित होने वाले भाजपा प्रत्याशी अनंत धुर्वे ने कहा- जनता का फैसला स्वीकार हैं, मैं आगे भी जनता की सेवा जारी रखूंगा।

कमलनाथ की साख लगी थी दांव पर

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कई सालों से छिंदवाड़ा का प्रतिनिधित्व करते आ रहे है।इसलिए इस चुनाव में उनकी साख दांव पर लगी हुई थी। विक्रम अहाके को महापौर के लिए उम्मीदवार बनाना भी उनका ही फैसला था। क्योंकि छिंदवाड़ा नगर निगम में अगर कांग्रेस हारती तो उसका ठीकरा सीधे  कमलनाथ पर फूटता लेकिन ऐसा नहीं हुआ। और विक्रम अहाके ने जीत दर्ज किया।  

साल 2014 मे छिंदवाड़ा नगर निगम का गठन हुआ, जिसके बाद साल 2015 मे नगर निगम चुनाव मे भाजपा ने जीत दर्ज की और  कांता योगेश सदारंग वहां की पहली महापौर बनी। साल 2022 मे दूसरी बार महापौर पद के लिए हो रहे इस महायुद्ध में वैसे तो 10 प्रत्याशी मैदान मे उतरे है, लेकिन असल रुप मे भाजपा और कांग्रेस के प्रत्यासियों के बीच ही कड़ी टक्कर होने वाली थी। 

भाजपा ने चुना था तजुर्वेकार नेता 

छिंदवाडा के नगर निगम चुनाव मे महापौर पद के लिए भाजपा ने नगर निगम मे सहायक आयुक्त पद संभाल रहे और शहर मे अंतु बाबू के नाम से जाने जाने वाले अनंत धुर्वे को प्रत्याशी बनाया था। रिटार्यमेंट से केवल 1 वर्ष दूर अनंत धुर्वे ने इस्तीफा देकर महापौर पद के लिए चुनाव मैदान पर उतरे थे। हालांकि बीजेपी को फिर भी यहां पर हार का सामना करना पड़ा। 

कांग्रेस ने भरोसा किया था युवा नेता पर

छिंदवाडा के नगर निगम चुनाव मे महापौर पद के लिए कांगेस पार्टी ने काफी सोचने के बाद युवा नेता विक्रम अहाके को चुना था, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और सांसद नकुल नाथ के समर्थन पर विक्रम महापौर पद के लिए चुने गए थे। कांग्रेस के इस निर्णय को कई लोग मास्टर स्ट्रोक मान रहे है क्योकि विक्रम को स्थानीय स्तर पर काफी सपोर्ट है। तो कई लोग विक्रम को कमजोर उम्मीदवार मान रहे है।लेकिन कांग्रेस का फैसला आखिर सही साबित हुआ और विक्रम अहाके ने जीत दर्ज की। 

दोनों पार्टियों के प्रत्याशी थे लखपति

चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा नगर निगम के महापौर पद के लिए भाजपा और कांग्रेस की ओर से मैदान मे उतरे दोनों ही प्रत्याशी लखपति है। चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के अनुसार भाजपा प्रत्याशी अनंत धुर्वे के पास 11,87,470 रुपये और उनकी पत्नी के पास 10,50,000 के जेवरात के साथ 31,25,000 की स्थाई संपत्ति है। वही कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम अहके के पास स्थाई और अस्थाई तौर पर कुल 3,38.500 रुपये और पत्नी के पास 3,81,500 रुपये के जेवरात होने का विवरण दिया था
 

Tags: