नगरसेवकों ने अधिकारी और कर्मचारियों को बनाया बंधक

नगरसेवकों ने अधिकारी और कर्मचारियों को बनाया बंधक

Anita Peddulwar
Update: 2020-06-20 08:16 GMT
नगरसेवकों ने अधिकारी और कर्मचारियों को बनाया बंधक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा आयुक्त के सामने नगरसेवकों का जोर नहीं चल रहा है तो खीज कहीं और निकलती दिख रही है। आशीनगर जोन के मनपा अधिकारी-कर्मचारियों को नगरसेवकों ने बंधक बनाया। नगरसेवकों का तर्क था कि नाली, सड़क, जलनिकासी लाइन, गटर के ढक्कन मरम्मत के लिए निधि का प्रावधान नहीं किया गया है। इससे आम जनता को भारी परेशानी हो रही है। जनप्रतिनिधि होने के नाते जनता को जवाब देना भारी पड़ रहा है। उधर, करीब आधे घंटे बाद सहायक आयुक्त गणेश राठोड़ ने नगरसेवकों की मांगों से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराने का आश्वासन दिया तो मामला शांत हो गया।  

इसलिए है नाराजगी : फाइलें बनीं, पर काम नहीं हुए
मनपा प्रशासन ने मानसून पूर्व सर्वेक्षण कर नालियों-सड़कों  की मरम्मत, गटर लाइन के टूटे हुए ढक्कनों की मरम्मत, बारिश के पानी की निकासी के लिए डाली गई लाइन की मरम्मत संबंधी फाइल बनाई थी। स्थानीय नगरसेवकों का भी इस काम में सहयोग लिया गया। बारिश शुरू हो गई, लेकिन मरम्मत के काम शुरू नहीं हुए। बारिश आने पर नालियों का पानी सड़कों पर आ जाता है। सड़क के गड्ढों में पानी भर जाने से नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गटर के क्षतिग्रस्त ढक्कन दुर्घटना को न्योता दे रहे हैं। 

प्रशासन का जवाब : निधि का प्रावधान ही नहीं हुआ है
आशी नगर जोन में बैठक हुई। जोन के नगरसेवकों ने मानसून पूर्व सर्वेक्षण के बाद काम नहीं होने का सवाल उठाया। इस पर मनपा ने जवाब दिया कि निधि का प्रावधान नहीं हुआ है। प्रशासन के जवाब से नगरसेवक परेशान हो गए। शुक्रवार को जोन के सभी नगरसेवकों ने जोन कार्यालय का मुख्य दरवाजा बंद कर आक्रोश जताया। दरवाजा बंद रहने से आधा घंटा सभी अधिकारी, कर्मचारी बंधक रहे। नगरसेवकों में जोन सभापति वीरंका भिवगड़े, जीतेंद्र घोड़ेस्वार, मनोज सांगोले, मंगला लांजेवार, वैशाली नारनवरे, वंदना चांदेकर, परसराम मानवटकर, भावना लोणारे, मोहम्मद इब्राहिम आदि शामिल थे।


 

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