एनकाउंटर में पांच लाख का इनामी अपराधी आनंदपाल ढेर

एनकाउंटर में पांच लाख का इनामी अपराधी आनंदपाल ढेर

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-25 21:56 GMT
एनकाउंटर में पांच लाख का इनामी अपराधी आनंदपाल ढेर

टीम डिजिटल, जयपुर। राजस्थान पुलिस ने शनिवार देर रात प्रदेश के पांच लाख रुपए के कुख्यात इनामी अपराधी आनंदपाल सिंह को एक मुठभेड़ में मार गिराया है। डेढ़ साल से उसके पीछे लगी पुलिस ने आख़िरकार चूरू जिले की रतनगढ़ तहसील के मालासर में शनिवार को इस काउंटर को अंजाम दिया। 

आला पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान आनंदपाल ने एके-47 से करीब 100 राउंड फायर किए। जवाबी फायरिंग में पुलिस की 6 गोलियां उसके सीने में धंसने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। डीजीपी मनोज भट्ट ने घटना की पुष्टि की है। एनकाउंटर के दौरान आनंदपाल के दो साथियों को भी गिरफ्तार करने में भी पुलिस को कामयाबी मिली है। इनके नाम देवेंद्र और गट्टू बताए जा रहे हैं।

अपराध की दुनिया में 2006 में आया : पुलिस की मानें तो आनंदपाल का क्रिमिनल रिकॉर्ड 2006 से है. उसने उसी दौरान अपराध की दुनिया में कदम रखा था. उसने उस साल डीडवाना में जीवनराम गोदारा की हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के अलावा आनंदपाल पर डीडवाना में ही 13 मामले दर्ज थे.  8 मामलों में कोर्ट ने उसे भगौड़ा घोषित कर रखा था। 

2015 में हुआ फरार : आनंदपाल सितंबर 2015 में नागौर कोर्ट में पेशी के बाद वापस अजमेर जेल में लाते समय सुरक्षा बंदोबस्त के बीच से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। आनंदपाल के बारे में कहा जाता है कि वह फेसबुक पर सक्रिय था। उसका अपना फेसबुक पेज था, जिस पर उसके फैन्स भी थे।

पुलिस किसी भी तरह की जांच को तैयार : राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज भट्ट ने कहा कि मालासर में बीती रात भारी संख्या में पहुंची फोर्स ने एक बिल्डिंग को घेरकर आनंदपाल को उसके साथियों सहित सरेंडर करने को कहा था, लेकिन उसने पुलिस टीम पर ही फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसे 5 से 6 गोलियां लगी। इस एनकाउंटर में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। इस ऑपरेशन को लेकर लोग सवाल उठा सकते हैं, लेकिन पुलिस किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार है।

अनुराधा चौधरी से था संबंध : आनंदपाल के अनुराधा चौधरी से संबंध बताए जाते थे। अनुराध लेडी डॉन है, जो फिलहाल जेल में कैद है। वह सीकर की रहने वाली है और उसने दीपक मिंज से शादी की थी। वह शेयर मार्केट में भी पैसा लगाती थी। बताते हैं कि भारी नुकसान होने के बाद उसने आनंदपाल से हाथ मिलाया था।