जंतर-मंतर पर कर्जमुक्ति के लिए किसानों का प्रदर्शन 18 को

जंतर-मंतर पर कर्जमुक्ति के लिए किसानों का प्रदर्शन 18 को

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-10 15:30 GMT
जंतर-मंतर पर कर्जमुक्ति के लिए किसानों का प्रदर्शन 18 को

डिजिटल डेस्क, नाशिक। एमपी से शुरू हुई किसान संघर्ष यात्रा सोमवार को नासिक पहुंची। किसान क्रांती मोर्चा ने यात्रा का स्वागत किया। यहां स्वाभिमानी किसान संगठन के अध्यक्ष सांसद राजू शेट्टी ने पूरे देश के किसानों के साथ मिलकर 18 जुलाई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर कर्जमुक्ती के लिए प्रदर्शन करने की घोषणा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार किसानों को गुमराह कर रही है। समृद्धी महामार्ग की कोई आवश्यकता नहीं है। इसके बावजूद इसके लिए किसानों पर लगातार अत्याचार किया जा रहा है।

कर्ज मुक्ती को लेकर बैठक संपन्न हुई। इस दौरान किसान क्रांती मोर्चा के रघुनाथ पाटिल, जयंत पाटिल, योगेंद्र यादव, वीएम सिंह, अजीत नवले, दिलीप कोलसे-पाटिल, प्रतिभा शिंदे, हंसराज वडघुले, मेघा पाटकर, विश्वास उटणी आदि के साथ अन्य किसान नेता मौजूद थे। बैठक के दौरान किसान क्रांति मोर्चा द्वारा कर्ज मुक्ती आंदोलन को नई दिशा देने का संकल्प लिया गया। बैठक के दौरान रघुनाथ पाटिल ने कहा, महाराष्ट्र में किसानों को उचित कर्ज माफी नहीं मिली। इसी वजह से कई किसान कर्ज मुक्ती के लाभ से वंचित रहे।

किसान नेता योगेन्द्र यादव ने कहा कि इसी मुद्दे को लेकर एमपी के किसानों ने उग्र आंदोलन किया था। शायद हमारे प्रदेश की सरकार इसी प्रकार के उग्र आंदोलन का इंतजार कर रही है। सरकार ने कर्ज माफी की घोषणा करने बाद तीन बार उसमें बदलाव किए। इसे लेकर किसानों के साथ चर्चा जरूरी थी। योगेंद्र यादव ने आगे कहा कि एमपी के किसान भयंकर स्थिती का सामना कर रहे थे। परेशानी सहनशीलता के आगे पहुंचने के कारण आंदोलन शुरू हुआ, जो कर्ज मुक्ति तक पहुंचा। हमारे देश के किसानों की समस्या समान है, इसलिए सभी किसानों को संगठित होना जरूरी है। यादव ने किसानों को एकमंच बनाने का अाव्हान किया।

किसान नेता वीएम सिंह ने कहा कि, सरकार किसानों को उनका अधिकार नहीं दें रही है। अगर किसानों को उनका अधिकार मिला तो, कृषि उत्पादनों योग्य कीमत नहीं मिलेगी। स्वामिनाथन आयोग महत्वपूर्ण है, लेकिन सरकार किसानों को लाभ पहुंचाने की मानसिकता में नहीं है। विधायक बच्चू कडू ने मंच से कहा कि 28 जुलाई को किसान पूरी कर्जमाफी की मांग के लिए रेल रोको आंदोलन करेंगे। किसान अपनी ताकत सरकार को दिखाएंगे।

वर्तमान कर्जमाफी का कोई लाभ किसानों को नहीं मिला। इस मुददे पर सरकार के पास कोई जवाब नहीं है। स्वाभिमानी किसान संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने किसान संम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, यह यात्रा पूरे देश में पहुंचेगी और किसानों को संगठित कर कर्जमुक्ती का संघर्ष तेज करेगी। महाराष्ट्र की भूमि से शुरू हुआ यह संघर्ष अपना उद्देश्य सफल करने के बाद ही समाप्त होगा।

शेट्टी अपनी मांगो को लेकर 18 जुलाई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरणा प्रदर्शन करने की घोषणा की। कहा कि, देश के 140 से भी अधिक किसान संगठन इस आंदोलन में शामिल होकर केंद्र सरकार को निर्णय लेने के लिए मजबूर करेंगे। अगर स्वामिनाथन समिति की सिफारिसें लागू होती है, तो 1.5 गुना गारंटी दाम मिलेगा, लेकिन सरकार इसे नजर अंदाज कर रही है। स्वामिनाथन सिफारसों को लागू करने के साथ किसानों की समस्या हल करने का आश्वासन पीएम मोदी ने दिया था, इसलिए हमने मोदी का समर्थन किया था। दुर्भाग्य से एेसा नहीं हुआ।

मोदी का समर्थन करने का उन्हें दु:ख रहेगा। शेट्टी ने कहा की, हमारे राज्य के लिए समृद्धी महामार्ग की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन कुछ मंत्रियों का स्वार्थ पूरा करने के लिए सरकार इस महामार्ग को बनाते हुए किसानों को बर्बाद करने पर तूली हुई है। किसान सभा को किसानों का व्यापक प्रतिसाद मिला। जिसमें बच्चों से लेकर बुर्जुग शामिल हुए।