कानपुर: ICU में भर्ती पांच मरीजों की मौत, हिल गया स्वास्थ्य महकमा

कानपुर: ICU में भर्ती पांच मरीजों की मौत, हिल गया स्वास्थ्य महकमा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-08 12:36 GMT
कानपुर: ICU में भर्ती पांच मरीजों की मौत, हिल गया स्वास्थ्य महकमा

डिजिटल डेस्क, कानपुर। महानगर कानपुर का सबसे बड़ा हॉस्पिटल हैलट एक बार फिर सुर्ख़ियों में है। कभी इस हॉस्पिटल के डॉक्टर हड़ताल पर बैठ जाते हैं तो कभी यहां मरीजों को इलाज के लिए हॉस्पिटल में जगह नहीं मिलती है। ताजा घटनाक्रम में हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड का एसी खराब होने से 5 मरीजों की मौत हो गई है। इस घटना से प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गई है। कानपुर के हैलट हॉस्पिटल में 24 घंटे में पांच मौतों के बाद देर रात एडीएम खुद जांच करने पहुंचे। 

 

 

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने कहा कि आईसीयू में मरने वाले लोग पहले से ही काफी सीरियस थे। घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया और डीएम ने आनन-फानन में आईसीयू में दो पावर एसी लगवाए। आईसीयू में तैनात नर्सों का कहना है कि कई दिनों से एसी खराब है, हमने लिखित शिकायत दी है लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि पिछले 5 दिन से एसी काम नहीं कर रहा है, लेकिन प्रशासन की नींद भी तब खुली जब एसी न चलने से 24 घंटों में 5 मरीजों की मौत हो गई। 

 

डीएम ने द‍िए जांच के आदेश 

इस संबध में डायरेक्टर ने प्रमुख सचिव को चिट्ठी भेजी है। प्र‍िंस‍िपल ने कहा क‍ि गंभीर रूप से बीमार मरीजों की मौत हुई। कानपुर के डीएम सुरेंद्र स‍िंह ने जांच के आदेश द‍िए हैं। उन्‍होंने कहा क‍ि हॉस्‍प‍िटल की सभी महत्‍वपूर्ण मशीनें चल रही हैं। गुरुवार को एसी प्‍लांट में खराबी आई थी, वह अब सही हो चुकी है। अब स्थिति न‍ियंत्रण में है। मरीजों की मौत पर चार सदस्‍यीय कम‍िटी गठ‍ित हुई जो मामले की जांच करेगी।  

 

अखिलेश यादव ने साधा निशाना

इस घटना को लेकर पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शोक जताया है, उन्होंने घटना को दर्दनाक बताया। अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर भी तंज किया कि इस सरकार ने सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था और मेडिकल कॉलेजों को तहस-नहस कर दिया है। अखिलेश ने कहा कि सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था ही चौपट हो गई है। प्रदेश में परिजन अपने मरीजों को रिक्शे पर तो कहीं कोई ठेले और तांगे से लेकर अस्पताल पहुंच रहा है। एम्बुलेंस की सुविधा भी नहीं मिल रही है। ऐसे में मरीजों की जान चली जाती है। अस्पतालों में मरीजों की न जांच ठीक से की जा रही है और न ही दवाएं मिल रही हैं। बीजेपी सिर्फ इसी में जुटी है कि खाली बंगले किसे मिल जाए। इस सरकार ने समाजवादी एम्बुलेंस सेवा से भी समाजवादी शब्द हटा दिया।