बाढ़ से बिगड़े हालात, गड़चिरोली जिले के 46 गांव करवाए खाली 

प्रशासन सजग बाढ़ से बिगड़े हालात, गड़चिरोली जिले के 46 गांव करवाए खाली 

Anita Peddulwar
Update: 2022-07-15 10:24 GMT
बाढ़ से बिगड़े हालात, गड़चिरोली जिले के 46 गांव करवाए खाली 

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। लगातार छटवें दिन भी जिले में अतिवृष्टि जारी है। बुधवार की रात हुई मूसलाधार बारिश और मेडीगड्‌डा समेत अन्य बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण जिले में निर्माण हुई बाढ़ स्थिति ने और अधिक विकराल रूप धारण करना शुरू कर दिया है। गड़चिरोली से सटी पाल नदी गुरुवार सुबह से सीमा रेखा के बाहर होने से गड़चिरोली-नागपुर महामार्ग का यातायात पूरी ठप पड़ गया है।  शिवणी नाला भी उफान पर होने से गड़चिरोली-चामोर्शी मार्ग का यातायात बंद है। गुरुवार शाम तक जिले के कुल 21 मार्गों का परिवहन  बाढ़ के कारण ठप पड़ने की जानकारी मिली है। जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, अब तक जिले के  46 गांवों के 10 हजार 681 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। 

 प्राणहिता नदी तट पर बसे अहेरी तहसील के लंकाचेन, करनेली, व्यंकटापुर, आवलमरी, वट्रा बु, वट्रा खु, वट्रा बुस, देवलमरी, इंदाराम, काटेपल्ली आदि 10 गांवों के नागरिकों का स्थानांतरण युद्धस्तर पर किया जा रहा है। गौरतलब है कि, तेलंगाना राज्य के मेडीगड्डा बांध से गुरुवार सुबह से तकरीबन 22.62 लाख क्यूसेक पानी का विसर्ग शुरू होने से सिरोंचा से सटी गोदावरी और प्राणहिता नदी का जलस्तर तीव्र गति से बढ़ने लगा है। भामरागढ़ तहसील की पर्लकोटा नदी तीसरे दिन भी बेकाबू होकर अब धीरे-धीरे बाढ़ का पानी भामरागढ़ शहर में घूसने लगा है। स्थानीय प्रशासन पूरी तरह अलर्ट होकर अधिकांश दुकान धारकों ने अपनी दुकानें खाली कर दी है। पिछले 24 घंटों में गड़चिरोली जिले में औसतन 43.5 मिमी बारिश दर्ज की गयी, जिसमें गड़चिरोली तहसील में सर्वाधिक 109.5 मिमी बारिश होने की जानकारी जिला प्रशासन ने दी है। 
   
 

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