कोल्हे हत्याकांड : दो पुलिसकर्मी मुख्यालय अटैच
अमरावती कोल्हे हत्याकांड : दो पुलिसकर्मी मुख्यालय अटैच
डिजिटल डेस्क, अमरावती। कोल्हे हत्याकांड में पुलिस के बाद अब तक दाखिल एनआईए द्वारा मामले की जांच चल रही है। जिसमें उमेश कोल्हे की हत्या को लेकर कई तरह के खुलासे किए गए हैं। परंतु घटना के 20 दिन बाद संपूर्ण मामले में लापरवाही के दोषी पाए जाने के चलते कोतवाली और नागपुरी गेट थाने के खुफिया विभाग में कार्यरत दो कर्मियों को मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। जबकि इस मामले में विशेष शाखा के कर्मी भी अधिकारी के रडार पर है। जानकारी के अनुसार पुलिस मुख्याल कार्यलय से लेकर सभी थानो में खुफिया विभाग के कर्मियों की नियुक्ति होती है। ताकि थाना क्षेत्र में होनी वाली गतिविधि, विविध संगठन के कामकाज और संवेदनशील हलचल पर नजर रखी जा सके।
21 जून की रात उमेश कोल्हे की हत्या की गई थी। शुरुआती चार आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पता चला कि नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किए जाने से हत्या की गई है। पुलिस ने भी इस मामले को गोपनीय रख जांच शुरू की। लेकिन 2 जुलाई को कोल्हे हत्याकांड मामले की संपूर्ण जांच एनआईए को सौंप दी गई। परंतु इस हत्याकांड के पूर्व 11 जून से ही शहर के कुछ लोगों को नूपुर के समर्थन में पोस्ट किए जाने से उनको धमकी भरे फोन आने लगे थे। मांगी गई माफीनामा की क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल की गई। मामले की चर्चा चारों ओर हो रही थी। वहीं दूसरी और खुफिया विभाग को इसकी भनक भी नहीं थी। जिसे लेकर कोल्हे हत्याकांड के 20 दिन बाद नागपुरी गेट के खुफिया कर्मी विजय राठोड और कोतवाली से सचिन शेलके को मुख्यालय अटैच किया गया है। जबकि विशेष शाखा के कुछ कर्मी भी अधिकारी के रडार पर देखे जा रहा है।
दुकान से लेकर घर तक सीसीटीवी की जांच
रामपुरी कैम्प निवासी जय मोबाइल के संचालक को पुलिस सुरक्षा दी गई है। किंतु गुरुवार की रात घर की रेकी का संदेह होते ही पुलिस महकमे में फिर हड़कंप मच चुका था। दो मोटर साइकिल पर सवार छह व्यक्ति पर संदेह जताया गया है। मामले में गाडगेनगर पुलिस मोबाइल दुकान संचालक के घर से लेकर दुकान तक के लगे सीसीटीवी की जांच की जा रही है।