केंद्रीय मंत्रिमंडल में विदर्भ का प्रतिनिधित्व घटने से मायूस हुए नेता

केंद्रीय मंत्रिमंडल में विदर्भ का प्रतिनिधित्व घटने से मायूस हुए नेता

Anita Peddulwar
Update: 2021-07-08 08:52 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क,नागपुर। केंद्रीय मंत्रिमंडल में विदर्भ का प्रतिनिधित्व घट गया है। पहले यहां एक कैबिनेट व एक राज्यमंत्री पद था। बुधवार को मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही राज्यमंत्री संजय धोत्रे को मंत्रिमंडल से हटा दिया गया है। अब केवल नितीन गडकरी विदर्भ से कैबिनेट मंत्री रह गए हैं। खास बात है कि आदिवासी चेहरा के तौर पर गड़चिरोली के लोकसभा सदस्य अशोक नेते को मंत्रिमंडल में शामिल करने की तैयारी की चर्चा चल रही थी, लेकिन उनका पत्ता कट गया है। राज्य से आदिवासी प्रतिनिधि के तौर पर डॉ.भारती पवार को राज्यमंत्री बनाया गया है। पवार पहली बार लोकसभा सदस्य चुनी गई हैं। 

पहले से थी आशंका 
गौरतलब है कि सूचना प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण विभाग के राज्यमंत्री रहे धोत्रे के कामकाज को लेकर लगातार सुना जा रहा था कि केंद्रीय नेतृत्व नाराज है। उन्हें मंत्रीपद से हटाया जा सकता है। आशंका के अनुरूप उन्हें पद से हटा दिया गया। लेकिन विदर्भ का प्रतिनिधित्व कायम रखने का ध्यान नहीं रखा गया है। विदर्भ में लोकसभा की 10 में से 5 सीटों पर फिलहाल भाजपा के सदस्य हैं। राज्यसभा के एक सदस्य हैं।  2019 के चुनाव में यहां से शिवसेना के 2, कांग्रेस 1 व निर्दलीय एक उम्मीदवार जीते थे। अमरावती से जीती निर्दलीय नवनीत राणा कौर फिलहाल भाजपा की सहयोगी के तौर पर ही कार्य कर रही हैं।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की पहली केंद्र सरकार में पूर्व विदर्भ विदर्भ से 2 प्रतिनिधि थे। नितीन गडकरी कैबिनेट मंत्री व हंसराज अहिर राज्यमंत्री। अहिर को महत्वपूर्ण गृहविभाग का राज्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन 2019 के चुनाव में वे पराजित हो गए।
 

Tags: