कश्मीर में शहीद हुए मेजर कौस्तुभ के पिता ने कहा- बेटे की शहादत पर है गर्व

कश्मीर में शहीद हुए मेजर कौस्तुभ के पिता ने कहा- बेटे की शहादत पर है गर्व

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-07 18:09 GMT
कश्मीर में शहीद हुए मेजर कौस्तुभ के पिता ने कहा- बेटे की शहादत पर है गर्व

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कश्मीर के बांदीपुरा में स्थित गुरेज सेक्टर में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान शहीद हुए चार जवानों में शामिल मेजर कौस्तुभ राणे ठाणे जिले के मीरारोड इलाके के रहने वाले थे। कौस्तुभ के शहीद होने की सूचना उसके माता-पिता को मंगलवार सुबह मिली। उनके पिता प्रकाश राणे ने कहा कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। 29 साल के कौस्तुभ छह साल पहले सेना में शामिल हुए थे।

मूल रूप से कोकण के वैभववाडी का राणे परिवार पिछले 30 सालों से मीरारोड इलाके में रह रहा है। यहां के शीतल नगर में स्थित हिरल इमारत में राणे के बुजुर्ग माता-पिता, उनकी पत्नी कनिका और डेढ़ साल का बेटा रहते हैं। कौस्तुभ की पत्नी अपने बेटे के साथ गांव गई हुईं थीं। कौस्तुभ के पिता टाटा कंपनी में और मां ज्योति बोरिवली इलाके में स्थित गोखले शैक्षणिक संस्था में कार्यरत थीं। फिलहाल दोनों सेवानिवृत्त हो चुके हैं। कौस्तुभ के माता-पिता भी गांव जाने की तैयारी में थे, लेकिन उससे पहले यह दुखद खबर आ गई।

कौस्तुभ की शहादत की खबर सुनने के बाद पूरे इलाके के लोग गमगीन है साथ ही लोगों को शहीद होने से पहले दो आतंकियों को ढेर करने वाले कौस्तुभ की बहादुरी पर नाज है। राणे परिवार के घर सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा। वहीं परिवार अंतिम संस्कार के लिए पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहा है। कौस्तुभ को इस साल 26 जनवरी को उनकी बहादुरी के लिए सेना मेडल दिया गया था। 27 जुलाई 2017 को बांदीपुर जिले के गुरेज सेक्टर में स्थित चिल ए पोस्ट पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उन्हें सम्मानित किया गया था।