नागपुर के डंपिंग यार्ड में कचरे की जगह मिट्टी और पत्थर ,मालामाल हो रही एजेंसियां

नागपुर के डंपिंग यार्ड में कचरे की जगह मिट्टी और पत्थर ,मालामाल हो रही एजेंसियां

Anita Peddulwar
Update: 2020-06-29 06:40 GMT
नागपुर के डंपिंग यार्ड में कचरे की जगह मिट्टी और पत्थर ,मालामाल हो रही एजेंसियां

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड में कचरे की जगह मिट्टी और पत्थर डालकर एजेंसियां मालामाल हो रही हैं। शिवसेना के बाद कांग्रेस विधायक विकास ठाकरे ने इसकी पोल खोली है। आरोप है कि कचरा उठाने वाली कंपनियां ट्रकों में कचरे की जगह मिट्टी, पत्थर भरकर भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड में खाली कर रही हैं। इसी आधार पर शहर से अधिक मात्रा में कचरा उठाने की जानकारी देकर मनपा से मोटी रकम ली जा रही है। विकास ठाकरे ने दावा किया कि रविवार को ऐसा करते हुए उन्होंने ट्रकों को खुद पकड़ा।

फर्जीवाड़ा उजागर
विकास ठाकरे की मानें तो उन्होंने तीन ट्रकों का पीछा कर इस फर्जीवाड़े को उजागर किया। उन्हें सुबह जानकारी मिली की हनुमाननगर जोन में ट्रक क्रमांक एमएच-31, एफसी-4424 व एमएच-31, एफसी-4425 और नेहरूनगर जोन में ट्रक क्रमांक एमएच-31, एफसी-4306 में मिट्टी भरी जा रही है। नगरसेवक संजय महाकालकर, प्रशांत धवड, प्रमोद सिंह ठाकुर के साथ वह भांडेवाड़ी पहुंचे। ट्रकों को उन्होंने वजन कांटे पर पकड़ लिया। उसके बाद गाड़ियों को डंपिंग यार्ड में खाली कराया गया, जहां कचरे की जगह मिट्टी, पत्थर और ईंट के टुकड़े दिखे। इस दौरान ट्रक चालकों की वीडियो रिकॉर्डिंग कर बयान दर्ज किए गए। बयान में चालकों ने बताया कि जेसीबी से ट्रकों में मिट्टी भरी गई। 

हर माह 15 लाख पहुंचाए जाते हैं अधिकारियों को
विधायक विकास ठाकरे ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि 8 महीने पहले एजी एन्वॉयरो, बीवीजी प्रा. लि. कंपनी को मनपा ने शहर के पांच-पांच जोन का कचरा उठाने का ठेका दिया। अधिकारियों की मिलीभगत से 20 करोड़ से ज्यादा की वित्तीय अनियमितता की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि अक्षय नामक व्यक्ति के जरिये मनपा के अधिकारियों को हर महीने 15 लाख से अधिक की रकम पहुंचाई जाती है। कंपनी प्रबंधन ने बड़े पैमाने पर कचरा संकलन में घोटाला करने के लिए 5-7 अधिकारियों की अलग से नियुक्ति की है।

मनपा दर्ज कराए मामला 
विकास ठाकरे ने मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे ने इस मामले में पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में वे मनपा आयुक्त मुंढे, गृहमंत्री अनिल देशमुख, नगर रचना मंत्री एकनाथ शिंदे को भी शिकायत देंगे। अगर मनपा फौजदारी मामला दर्ज नहीं कराती है, तो वे आगामी विधानमंडल अधिवेशन में वे मामले को ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत उठाएंगे। 

जांच के नाम पर सरकारी तंत्र का "खेल", होती है लीपापोती
सरकारी कामकाज में अनियमितता की शिकायत के बाद किस तरह लीपापोती होती है, इसकी बानगी भांडेवाड़ी है। करीब एक माह पहले शिवसेना ने सबूत के साथ वहां मिट्टी डालने की शिकायत की थी। उस मामले में अब तक मनपा के स्तर से कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका है। खास बात यह है कि भांडेवाड़ी में जांच की पूरी व्यवस्था है। बावजूद इसके वहां मिट्टी के नाम पर धांधली की शिकायतें लगातार आ रही हैं। अब कांग्रेस विधायक विकास ठाकरे ने वहां चल रही गड़बड़ी की पोल खोलने का दावा किया है। इस पर मनपा के स्वास्थ्य विभाग का तर्क हजम नहीं होता।

स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि विधायक विकास ठाकरे द्वारा सुबह भांडेवाडी डंपिंग यार्ड में जाने की जानकारी मिली है। अगर प्रकरण की शिकायत आती है तो उसकी जांच की जाएगी। फिलहाल डंपिंग यार्ड में पूरी प्रक्रिया अपनायी जाती है। कचरा गाड़ी की दो बार जांच की जाती है। जांच में कचरे के साथ मिट्टी मिलती है, तो जानकारी कांटे पर कार्यरत मनपा कर्मचारी को जानकारी दी जाती है। उसके आधार पर कचरा गाड़ी का क्रमांक और वजन सूची से निकाला जाता है। अब तक 59 गाड़ियों के क्रमांक निकाले गए हैं।

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