सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट जलयुक्त शिवार पर तीन साल में खर्च हुए 264 करोड़
सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट जलयुक्त शिवार पर तीन साल में खर्च हुए 264 करोड़
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ड्रीम प्रोजेक्ट जलयुक्त शिवार के तहत जिले में तीन साल में 8087 काम पूरे हुए, जिस पर 264 करोड़ 10 लाख की निधि खर्च हुई। जिले के 888 गांवों का जलयुक्त शिवार के तहत चयन हुआ है। आरटीआई एक्टिविस्ट अभय कोलारकर द्वारा मांगी गई जानकारी में खुलासा हुआ कि 2015-16 से 2018-19 तक जिले में 888 गांवों में जलयुक्त शिवार के काम हुए। कृषि विभाग, वन विभाग, जलसंधारण, जिला परिषद के लघुसिंचाई, ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, भूजल सर्वेक्षण व ग्राम पंचायत ने मिलकर जलयुक्त शिवार योजना पर अमल किया। साल 2015-16 में 313 गांवों में 5051 काम हुए, जिस पर 140 करोड़ 20 लाख की निधि खर्च हुई। 2016-17 में 3036 कामों पर 82 करोड़ की निधि खर्च हुई।
2017-18 में इस योजना के तहत 3036 काम पूरे हुए आैर इस पर 41.90 करोड़ की निधि खर्च हुआ। तीन साल में कुल 11,123 काम पूरे हुए और इस पर अभी तक 264 कराेड़ 10 लाख की निधि खर्च हुई। 2015 से शुरू हुई इस योजना का उद्देश्य भुजल स्तर बढ़ाना आैर कृषि जमीन को पानी उपलब्ध कराना है। जल युक्त शिवार के तहत खेत तालाब बनाने के साथ ही बरसाती पानी को रोकने व संग्रहित करने का काम हुआ। इस योजना के अमल के बाद जिले में भू-जल स्तर बढ़ने के साथ ही सिंचाई क्षेत्र में भी वृध्दि हुई है।
50 फीसदी से ज्यादा गांव अभी भी राह ताक रहे
नागपुर जिले में कुल 1899 गांव हैं, जिनमें से चार साल में 888 गांवों का चयन हुआ है। जलयुक्त शिवार के लिए पहले साल 313, दूसरे साल 185, तीसरे साल 170 व चौथे (2018-19) साल 170 गांवों का चयन किया गया। जिले के 50 फीसदी से ज्यादा गांव अभी भी इस योजना की राह ताक रहे हैं। इस योजना के तहत 2015-16 (पहले साल) में सबसे ज्यादा 5051 काम पूरे हुए थे।