24 दिन में पेंसिल की नोक पर लिखे 40 शहीदों के नाम, अनोखे अंदाज में दी पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि
24 दिन में पेंसिल की नोक पर लिखे 40 शहीदों के नाम, अनोखे अंदाज में दी पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पुलवामा हमले के बाद पूरे देश के लोगों में रोष है और लोग अपने-अपने ढंग से आतंकवाद का विरोध कर रहे हैं। ऐसे समय में लोगों में देश प्रेम का गजब का जज्बा भी देखने को मिल रहा है। आज हम आपको ऐसे देश प्रेमी के बारे में बताते हैं, जिसने शहीदों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए लगातार 24 दिन तक दिन और रात मेहनत करके पेंसिल की नोक पर 40 शहीदों के नाम लिखकर अनोखे अंदाज में श्रद्धांजलि दी है। मप्र के जबलपुर जिले के रहने वाले रिंकू रजक का कहना है कि वह अपनी कला के जरिए शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए हैं। उनका कहना है कि वे पहले भी स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों के नाम पेंसिल की नोक पर लिख चुके हैं।
अपनी कला को दिया नया मुकाम-
मन में एक ललक और लगन रखते हुए शहर के रिंकू रजक ने अपने आर्ट को एक नया मुकाम दिया। इंजीनियरिंग कर रहे रिंकू, जो हार्ड ब्लैक पेन्सिल पर तरह-तरह की आकृतियाँ बनाते हैं, इससे पहले इन्होंने देश के कई महान स्वतंत्रता सेनानियों के साथ एक्टर्स की भी आकृतियाँ बारीक पेन्सिल की नोक पर बनाई हैं।
अभिनंदन का भी लिखा नाम-
इस बार एक नए विचार के साथ देश के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए 40 पेन्सिलों पर शहीद हुए जवानों के नाम तो लिखे ही, साथ ही अभिनंदन का नाम लिखकर उसका दिल से स्वागत भी किया।
15 मिनट्स लगे लिखने में-
रिंकू को पेन्सिल पर एक शब्द लिखने में करीब 15 मिनट्स का वक्त लगा, दिन-रात जुटकर 24 दिनों में पूरे 40 नाम लिख पाए। पिता कोमल रजक भी अपने बेटे के इस हुनर में पूरी मदद करने के साथ हौसला बढ़ाते हैं।
लंबे समय से कर रहे मेहनत-
पहले रिंकू चॉक और साबुन पर कलाकृतियाँ बनाते थे। मक्खी मूवी में पेन्सिल पर आर्ट बनाते देख प्रभावित हुए और फिर खुद पेन्सिल पर बारीक आकृतियाँ बनानी शुरू कीं। उनका कहना है कि वे लंबे समय से यह काम कर रहे हैं, जिसको लोगों द्वारा खासा पसंद भी किया जा रहा है।