शवों का सौदा. कंपनी का वकील मानों लगा रहा था ‘बोली’

नागपुर के भूसा कंपनी में झुलसने से 3 मजदूरों की मौत शवों का सौदा. कंपनी का वकील मानों लगा रहा था ‘बोली’

Anita Peddulwar
Update: 2023-04-26 05:10 GMT
शवों का सौदा. कंपनी का वकील मानों लगा रहा था ‘बोली’

डिजिटल डेस्क,  नागपुर।  कटारिया एग्रो भूसा कंपनी में हुए हादसे को लेकर मृत मजदूरों के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कंपनी प्रबंधन ने मुआवजे के तौर पर शवों का सौदा किया है। वकील के माध्यम से पहले 2 लाख रुपए लेने के लिए दबाव बनाया गया। प्रकरण को तूल पकड़ता देख दो लोगों को 9 लाख रुपए दिए गए। घटित वाकये में एमआईडीसी पुलिस की दोहरी भूमिका रही है। हादसे के चौबीस घंटे बाद भी कंपनी प्रबंधन के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

मीडियाकर्मियों से अभद्रता : जब मुआवजे को लेकर नाटकीय घटनाक्रम जारी था, उस वक्त मीडिया कर्मी भी मौजूद थे। वकील ने मीडियाकर्मियों से अभद्रता से बात की। बाद में गलती का एहसास होने पर विनम्रता दिखाई।

रिश्तेदार का फोन जब्त कर पुलिस भी दबाव बना रही थी : एक मृतक के परिजन ने वकील की बात अपने मोबाइल में रिकार्ड करनी चाही तो एमआईडीसी पुलिस ने उसका फोन जब्त कर लिया। इससे साफ हो रहा था कि एमआईडीसी पुलिस भी वकील का साथ देते हुए मजदूरों के रिश्तेदारों पर दबाव पर दबाव बना रही थी। इससे पुलिस का दोहरापन नजर आया। यही कारण है कि हादसे के चौबीस घंटे बाद भी इस हादसे को लेकर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

चार घंटे तक चला नाटकीय घटनाक्रम : मंगलवार को वाड़ी निवासी हेमराज आरमो और आदेश दहीवले के शव का मेडिकल अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ है। मृत मजदूर के परिजनों ने मुआवजे की रकम नहीं िमलने तक और कटारिया एग्रो भूसा कंपनी प्रबंधन के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं होने तक शवाें का दाह संस्कार नहीं करने का फैसला िलया था। इससे माहौल बिगड़ने की आशंका थी। परिजनों के आक्रोश को देखते हुए कंपनी प्रबंधन अपने वकील को मेडिकल अस्पताल में भेजा। जब पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी थी, उस वक्त वकील शवों पर मुआवजे के नाम पर ‘बोली’ लगा रहा था। पहले वह मृतक के परिजनों पर दो लाख रुपए लेने के लिए दबाव बनाता रहा। करीब तीन से चार घंटे तक यह नाटकीय घटनाक्रम चलता रहा। वकील का कहना था कि हादसे के दिन 25 से 30 हजार रुपए दिए हैं। अभी तक कंपनी मालिक से उसे 2-2 लाख रुपए दिला सकता है। इस बीच अचानक परिजन भड़क गए। उसके बाद बात 9 लाख तक पहुंच गई। हेमराज और आदेश के परिजनों को प्रति 9 लाख रुपए का चेक थमाया गया, जबकी अनिरोध मड़ावी के परिजनों को कुछ नहीं िमला है। हादसे का बाद परिजन उसका शव अपने गांव सिवनी जिले में ले गए थे।
 

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