सड़ गई 12 करोड़ की प्याज, अब आमने-सामने जिम्मेदार

सड़ गई 12 करोड़ की प्याज, अब आमने-सामने जिम्मेदार

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-11 05:46 GMT
सड़ गई 12 करोड़ की प्याज, अब आमने-सामने जिम्मेदार

डिजिटल डेस्क,भोपाल। किसानों से खरीदी गई प्याज का सड़ने का सिलसिला जारी है। अब भोपाल के बैरागढ़ स्थित करतार वेयर हाउस में रखी 12 करोड़ की करीब 50 क्विंटल प्याज खराब हो गई है। अब सीहोर की एक फर्म ने प्याज की डिलेवरी लेने से इंकार कर दिया है।

गौरतलब है कि 1 अगस्त को करतार वेयर हाउस में रखी 1 लाख क्विंटल प्याज की नीलामी की गई थी। इसमें सीहोर की गगन ट्रेडिंग कंपनी ने 50 हजार क्विंटल प्याज 1 रुपए 19 पैसे प्रति किलो की दर से खरीदी थी। गगन ट्रेडिंग कंपनी को करतार वेयर हाउस से नीलामी में खरीदी गई प्याज की डिलेवरी 10 अगस्त तक लेनी थी। कंपनी के प्रमुख बालकिशन राठौर ने बताया कि वेयर हाउस में रखी प्याज पूरी तरह से खराब है। नीलामी के समय नागरिक आपूर्ति निगम के अफसरों ने वेयर हाउस में प्याज अच्छी हालत में रखी होना बताया था, लेकिन गुरुवार को जब गोदाम से प्याज लेने पहुंचे, तो निगम के कर्मचारियों ने खराब प्याज ट्रक में रखने को कहा। अच्छी प्याज के स्थान पर खराब प्याज दिए जाने की वजह से गोदाम से प्याज नहीं उठाई है। साथ ही आपूर्ति निगम से प्याज खरीदी की नीलामी में शामिल होने के लिए जमा किए 40 लाख रुपए वापस मांगे हैं।

आमने-सामने अधिकारी
करोड़ों रुपए की बर्बादी के इस मामले में नागरिक आपूर्ति निगम, वेयर हाउस कार्पोरेशन के अफसर आमने - सामने हो गए हैं। दोनों ही एजेंसियों के अफसर गोदाम में रखी प्याज को खराब होने के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। नागरिक आपूर्ति निगम के सीहोर के जिला मैनेजर जेके सारस्वत का कहना है कि करतार वेयर हाउस में प्याज वेयर हाउस कार्पोरेशन ने रखवाई थी। आपूर्ति निगम ने नहीं। आपूर्ति निगम को केवल खरीदी गई प्याज को गोदाम में सुरक्षित रखवाने और बेचने तक की जिम्मेदारी दी गई थी। गोदाम में प्याज किस स्थिति में खराब हुई ? इसके लिए आपूर्ति निगम जिम्मेदार नहीं है। वेयर हाउस कार्पोरेशन के अफसरों को गोदाम में सुरक्षित प्याज रखवाने के इंतजाम करने थे। 

उधर वेयर हाउस कार्पोरेशन के सीहोर के डिस्ट्रिक मैनेजर संतोष खलको ने बताया कि करतार वेयर हाउस में मंत्रालय में बैठे अफसरों के आदेश पर प्याज रखवाई गई थी। गोदाम में प्याज का रखरखाव किस तरह से होगा? इसकी कोई गाइडलाइन सरकार ने नहीं दी थी। मंडियों में प्याज बेचने के लिए किसानों की लंबी कतारें लगी हुई थीं। मंडियों में मार्कफेड ने जो प्याज खरीदी, गोदामों तक सुरक्षित पहुंचाने का जिम्मा वेयर हाउस कार्पोरेशन का था, इसका रखरखाव और बेचने का काम नागरिक आपूर्ति निगम को करना था।