वाहन नहीं मिला, मासूम की बॉडी लेकर 2 किमी पैदल चले मां-बाप

वाहन नहीं मिला, मासूम की बॉडी लेकर 2 किमी पैदल चले मां-बाप

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-23 06:02 GMT
वाहन नहीं मिला, मासूम की बॉडी लेकर 2 किमी पैदल चले मां-बाप

टीम डिजिटल, अलीराजपुर. आलीराजपुर के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एक डेढ़ माह के मासूम की मौत के बाद उसके मां-बाप बॉडी को घर ले जाने के लिए पैदल चलने के लिए मजबूर हो गए. ऐसा हॉस्पिटल की तरफ से वाहन मुहैया न कराने की वजह से हुआ. डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल से करीब दो किमी तक पैदल चलने के बाद सीएमएचओ के हस्तक्षेप से बॉडी वाहन उपलब्ध कराया गया.

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ड्यूटी नर्स की असंवेदनशीलता और अमानवीयता के चलते ऐसा हुआ. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रभारी सीएमएचओ ने मामले की जांच कर दोषी नर्स के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही है. गांव खट्टाली के रहने वाले विक्रम डूंगर सिंह जमरा के डेढ माह के नवजात बच्चे को निमोनिया होने पर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था.बुधवार (21 जून) शाम करीब 5 बजे बच्चे की मौत हो गई थी. इसके बाद वहां पर ड्यूटी पर तैनात नर्स ने बच्चे को ले जाने के लिए कोई वाहन होने से इंकार कर दिया, जबकि बॉडी वाहन हॉस्पिटल में ही थी.

मां-बाप बच्चे का बॉडी गोद में लेकर लगभग 2 किमी पैदल चलते हुए कलेक्टर कार्यालय के पास खट्टाली नाके पहुंचे. यहां पर उन्होंने घर पहुंचने के लिए कई साधनों का इंतजार किया, लेकिन कोई साधन नहीं मिला, इसके बाद उन्होंने खट्टाली के रहने वाले गोविंद ओर वैभव परवाल को इसकी जानकारी दी. उन्होंने तत्काल इसकी सूचना जनहितैषी युवक मंडल के नगर अध्यक्ष सोनू साल्वी को दी, जिस पर वे मौके पर पहुंचे और तत्काल वहीं से सीएमएचओ डॉक्टर प्रकाश ढोके को फोन कर सूचना दी. सूचना मिलते ही डॉक्टर प्रकाश ढोके मौके पर पहुंचे और उन्होंने बॉडी वाहन को बुलवाकर उन्हें गांव तक छुड़वाने की व्यवस्था की.