रैगिंग के नाम पर मसूरी के बोर्डिंग स्कूल में 4 छात्राओं से रेप

रैगिंग के नाम पर मसूरी के बोर्डिंग स्कूल में 4 छात्राओं से रेप

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-20 06:34 GMT
रैगिंग के नाम पर मसूरी के बोर्डिंग स्कूल में 4 छात्राओं से रेप

डिजिटल डेस्क, मसूरी। उत्तराखंड में मसूरी के एक प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूल में चार छात्राओं के साथ रेप का मामला प्रकाश में आया है। छात्राओं का आरोप है कि सीनियर्स ने रैगिंग के नाम पर उनका रेप किया। घटना 6 मई को सामने आई, जब यहां चार छात्राओं ने स्कूल में एडमिशन लिया था। कथित रूप से यहां के कुछ सीनियर छात्रों ने उन छात्राओं का रेप किया। किसी तरह चारों छात्राएं स्कूल से भाग निकलीं और अपने माता-पिता को जाकर स्कूल में यौन शोषण होने की बात बताई। 

 

बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मांगी रिपोर्ट

छात्राओं ने अपने परिजनों को यह भी बताया कि बोर्डिंग स्कूल में नहाने की जगह पर कोई दरवाजे नहीं हैं। सिर्फ पर्दे लगे हैं। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस संबंध में पुलिस अधिकारियों और शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर मामले की जांच के आदेश दिए हैं। आयोग ने अधिकारियों से कहा है कि इस मामले की रिपोर्ट उन्हें 15 दिनों में सौंपे। एक छात्रा के गार्जियन ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। 

 

उन्होंने बताया कि छात्राएं मानसिक रूप से बेहद प्रताड़ित हैं। उनमें से एक ने आत्महत्या करने का भी प्रयास किया। आत्महत्या का प्रयास करने से पहले उसने एक पत्र लिखा, जिसमें स्कूल के अंदर रेप होने की बात कही। शिकायतकर्ता ने बताया कि छात्रा ने अपनी डायरी में जो लिखा है उसे पढ़कर रोंगटे खड़े हो जाएंगे। उनके पास छात्रा की रिकॉर्डिंग भी है। उन्होंने आयोग को वह रिकॉर्डंग भी सौंपी, जिसमें वे स्कूल प्रशासन से बात कर रहे हैं। सभी छात्राओं को उनके घर वापस भेजा जा रहा है। इस मामले में जल्द ही कार्रवाई की आवश्यकता है।

 

प्रिंसिपल ने साधी चुप्पी 

आयोग की सचिव कामिनी गुप्ता ने बताया कि जिस बोर्डिंग स्कूल में यौन शोषण होने का आरोप लगा है, वह बहुत ही प्रतिष्ठित स्कूल है। वहां कई एनआरआई परिवारों के बच्चे पढ़ते हैं। वहीं प्रिंसिपल से इस संबंध में जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह यात्रा कर रही हैं, इसलिए बात नहीं कर सकती हैं। इस मामले में दूसरे अधिकारियों ने कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया।