बनारस: राफेल के स्क्वाड्रन गोल्डन एरो में पहली महिला फायटर पायलट बनीं शिवांगी, मां ने कहा गोल्डन गर्ल के नाम को सुनकर खुशी हुई

बनारस: राफेल के स्क्वाड्रन गोल्डन एरो में पहली महिला फायटर पायलट बनीं शिवांगी, मां ने कहा गोल्डन गर्ल के नाम को सुनकर खुशी हुई

Bhaskar Hindi
Update: 2020-09-23 18:29 GMT
बनारस: राफेल के स्क्वाड्रन गोल्डन एरो में पहली महिला फायटर पायलट बनीं शिवांगी, मां ने कहा गोल्डन गर्ल के नाम को सुनकर खुशी हुई
हाईलाइट
  • पिता ने बताया 9 वीं क्लास में नाना ने एयरबेस घुमाया था
  • मां ने कहा गोल्डन गर्ल के नाम को सुनकर खुशी हुई

डिजिटल डेस्क, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक और कीर्तिमान जुड़ गया। फाइटर विमान राफेल के स्क्वाड्रन गोल्डन एरो में पहली महिला फ्लाइट लेफ्टिनेंट वाराणसी की शिवांगी सिंह शामिल हुई हैं। वाराणसी के फुलवरिया स्थित शिवांगी के घर पर पड़ोस के बच्चे जुटे और परिवार के साथ खुशियां मनाईं। शिवांगी की इस सफलता पर मां सीमा सिंह ने कहा कि बेटी ने जो सपना देखा था, उसे पूरा किया है। उन्होंने कहा कि गोल्डन गर्ल के नाम को सुनकर खुशी हुई।

शिवांगी की पोस्टिंग इस समय राजस्थान में है। शिवांगी के बचपन के बारे में मां ने बताया कि वह शुरू से ही पढ़ने में होनहार थीं। शुरुआती स्कूलिंग के बाद उच्च शिक्षा के लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) पढ़ने गई थीं। एक महीने के तकनीकी प्रशिक्षण में क्वालीफाई करने के बाद अब वह राफेल की टीम का हिस्सा बन गई हैं। शिवांगी भारतीय वायु सेना में 2017 में शामिल हुई थीं। वह विंग कमांडर अभिनंदन के साथ भी काम कर चुकी हैं। शिवांगी के पिता ट्रैवल्स का काम करते हैं।

2013 में BHU से किया था NCC
शिवांगी की पढ़ाई सेंट मेरी कॉन्वेंट स्कूल से शुरू हुई। वह कक्षा 1 से 8 तक यहीं पर पढ़ी उसके बाद 9 से 12 तक कि पढ़ाई सेंट जोसेफ शिवपुर से पूरी की। बाद में बीएससी की पढ़ाई 2013 से 15 -16 तक सनबीम वुमेंस कॉलेज वरुणा से की। इसी दौरान 3 साल बीएचयू से नेशनल कैडेट कोर (NCC) में 7 यूपी एयर स्क्वाड्रन का हिस्सा थीं। शिवांगी दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में 2013 में उत्तर प्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। उन्होंने 2016 में प्रशिक्षण के लिए वायु सेना अकादमी ज्वाइन की थी। पिछले 16 दिसंबर 2017 को ही हैदराबाद स्थित एयर फोर्स अकादमी में उन्हे फाइटर पायलट का तमगा मिला था। हैदराबाद में ट्रेनिंग पूरी होने के बाद शिवांगी इस समय मिग-21 की फाइटर पायलट हैं। 

मां ने कहा गोल्डन गर्ल के नाम को सुनकर खुशी हुई
मां सीमा सिंह ने बताया डर तो उसके मन में कभी था ही नहीं। शुरू से ही उसको जहाजों में बहुत रुचि थी। आसमान में जहाज उड़ता देख बहुत खुश होती थी। पायलट का ड्रेस तस्वीरों में देख कर कहती थी, एक दिन मैं भी पहनूंगी। चचेरे भाई सुभ्रांशू सिंह ने बताया कि चाइना और भारत के हालात ठीक नहीं है। अगर कुछ होता है, तो शिवांगी जल्दी उनको जबाब देगी। देश की बेटी उनसे लोहा लेगी।

पिता ने कहा- बिटिया ने मान बढ़ाया 
शिवांगी के पिता कुमारेश्वर सिंह ने बताया कि हम लोगों को गर्व है कि हमारी बेटी देश का नाम रोशन करेगी। उन्होंने बताया कि बिटिया ने मान बढ़ाया है। पिता ने बताया कि एक दिन पहले ही बेटी से बात हुई तो जानकारी मिली। बेटी पर हमें नाज है। वह अन्य बेटियों के लिए एक नजीर बनी है। इसे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि अब बस बिटिया को राफेल उड़ाते देखने का सपना है, वो भी पूरा हो जाएगा। शिवांगी की मां सीमा सिंह गृहिणी हैं और भाई मयंक बनारस में 12वीं का छात्र है।

पिता ने बताया 9 वीं क्लास में नाना ने एयरबेस घुमाया था
पिता कामेश्वर सिंह ने बताया कि उसके नाना भी फौजी थे। 9 वीं क्लास में थी तो एक बार वो दिल्ली गई थी। तब नाना ने एयरबेस और म्यूजियम घुमाया था। प्लेन देखकर तभी बोली थी, मैं भी इसको उड़ाना चाहती हूं।

Tags: