आंगनबाड़ी और स्कूल में ताला, शिक्षक- बच्चे भी गायब, कलेक्टर का माथा ठनका

आंगनबाड़ी और स्कूल में ताला, शिक्षक- बच्चे भी गायब, कलेक्टर का माथा ठनका

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-13 10:22 GMT
आंगनबाड़ी और स्कूल में ताला, शिक्षक- बच्चे भी गायब, कलेक्टर का माथा ठनका

डिजिटल डेस्क, उमरिया। कहीं शिक्षक नदारद तो कहीं छात्रों की कम उपस्थिति, सुबह 10 बजे तक आंगनबाड़ी केन्द्र पर भी ताला लटका था। यह स्थिति मानपुर विकासखंड की है। कलेक्टर माल सिंह ने मानपुर विकासखण्ड के विभिन्न गांवों का औचक दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों में अव्यवस्था पर कलेक्टर का माथा ठनक गया। इसके बाद डीईओ, डीपीसी, महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी एवं सुपरवाइजर को शोकाज नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

7 में 4 शिक्षक गायब, आंगनबाड़ी में ताला

कलेक्टर के दौरे के समय बरबसपुर, सरसवाही एवं ददरौडी में 10 बजे तक आंगनबाडी केंद्र नहीं खुले थे। ददरौडी में 7 में से 4 शिक्षक अनुपस्थित थे। मध्यान्ह भोजन मीनू के आधार पर नहीं बनने, बरतराई में मार्च के बाद बच्चों को मध्यान्ह भोजन नहीं मिलने, पांच शिक्षकों में से पूजा परमार, लोकेश पवार के अलावा प्रधानाध्यापक सियाराम बैगा, रावेंद्र प्रसाद राव एवं कुमारी प्रीति सोनी अनुपस्थित पाए गए। ग्रामीणों ने बताया कि प्रीति सोनी स्कूल खुलने से लेकर आज दिनांक तक अनुपस्थित हैं। वहीं छात्रों ने बताया कि सातवी एवं आठवीं कक्षा की गणित एवं आठवी कक्षा की हिंदी की पुस्तक नहीं मिली है। 158 छात्रों में से मात्र 21 छात्र ही उपस्थित पाए गए।

कोड़ार में मिले 76 छात्र, शिक्षक अनुपस्थित

इसी प्रकार प्राथमिक, माध्यमिक शाला कोड़ार में 230 छात्रों में 76 छात्र उपस्थित पाए गए। मांगेश्वर ठाकरे सहायक शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। निवासी शोभेलाल बैगा, विजय यादव, बृजनाथ बैगा, बिज्जू बैगा, जयप्रकाश बैगा, भगवानदीन एवं दादूराम यादव ने बताया कि किसानों को खाद, बीज का वितरण अभी तक नहीं किया गया है। शोभेलाल बैगा ने बताया कि मोहन यादव द्वारा पट्टे की जमीन हड़प ली है और रास्ता भी बंद कर दिया है, जिसकी जांच कराने के निर्देश कलेक्टर ने दिए है।

आंगनबाड़ी में मात्र 9 बच्चे

आंगनबाड़ी केंद्र कोलर में 40 मे से 9 बच्चे उपस्थित मिले। कार्यकर्ता ने बताया कि 4 कुपोषित बच्चे हंै लेकिन वे केंद्र नहीं आ रहे है। प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला कोलर में 4 शिक्षकों में एक अनुपस्थित पाया गया। वही बच्चे भी 50 प्रतिशत से कम उपस्थित पाए गए। विद्यालय में पौधरोपण नहीं होने पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जाहिर की। जर्जर भवन के लिए 75 हजार रुपये स्वीकृत हुआ था लेकिन डीपीसी कार्यालय द्वारा अभी तक राशि अंतरित नही की गई जिसकी जांच कराने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान शासकीय हाई स्कूल रक्सा में 108 दर्ज छात्रों में से 67 छात्र उपस्थित पाए।

अंग्रेजी का अनुवाद नहीं कर सके छात्र

कलेक्टर माल सिंह ने शासकीय हाई स्कूल रक्सा में कक्षा 9वीं एवं 10वीं में छात्रों की क्लास ली, जिसमें अंग्रेजी का पहला पाठ छात्राओं से पढ़ाया। छात्राओं ने इंग्लिश की पुस्तक को फर्राटे से पढ़ा लेकिन उसका शाब्दिक अर्थ नहीं बता सके। कक्षा नवमीं में भी सवाल किया, लेकिन जवाब नहीं दे सके। छात्रों ने बताया कि हिंदी की पढ़ाई अभी प्रारंभ ही नहीं की गई है।