सीरिया और अफगानिस्तान पैटर्न पर आतंकियों ने किया पुलवामा अटैक

सीरिया और अफगानिस्तान पैटर्न पर आतंकियों ने किया पुलवामा अटैक

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-15 05:18 GMT
सीरिया और अफगानिस्तान पैटर्न पर आतंकियों ने किया पुलवामा अटैक
हाईलाइट
  • अपनी गाड़ी में विस्फोटक साथ लेकर आया ता आतंकी
  • आतंकियों ने नहीं किया पुराने तरीके का उपयोग
  • सीआरपीएफ के बेड़े में शामिल थीं 70 से ज्यादा गाड़ियां

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए हमले का पैटर्न आम हमलों से काफी अलग था, इस तरह के हमले आमतौर पर सीरिया और अफगानिस्तान में होते हैं, जिसमें फिदायीन आतंकी अपनी गाड़ी में विस्फोटक भरकर टारगेट पर जा टकराता है। बर्बर हमले को अंजाम देने के लिए इस बार आतंकियों ने पुराना तरीका नहीं अपनाया है।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार दोपहर करीब 3 बजकर 15 मिनट पर सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। जबकि 40 से ज्यादा जवान गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। सीआरपीएफ के जिस काफिले पर हमला किया गया, उसमें 70 से ज्यादा गाड़ियां शामिल थीं, 20 से ज्यादा ट्रक, बस और एसयूवी गाड़ियां थीं। हमले ने हर भारतीय को अंदर तक झकझोर दिया है। हर कोई इस घटना का बदला लेने की मांग कर रहा है। 


इसलिए अलग है ये हमला?
इससे पहले कश्मीर घाटी में अलग तरह के हमले होते थे, आतंकी सेना के काफिले पर या तो सीधे गोलियां बरसाते थे या फिर छिपकर कहीं से ग्रेनेड हमला करते थे। ऐसे हमलों में जवानों को सिमित नुकसान होता था। इन हमलों को अंजाम देने के लिए आतंकी को जवानों के काफिले के पास आना पड़ता था, लेकिन जवान इतनी देर में जवाबी फायरिंग कर देते थे।


सीरिया-अफगानिस्तान पैटर्न क्यों?
सीआरपीएफ के काफिले पर जिस तरह से हमला किया गया, उसमें आतंकी अपनी गाड़ी में ही विस्फोटक लेकर आया और सुरक्षाबलों के काफिले में घुस गया, आतंकी ने अपनी गाड़ी से सीधे सीआरपीएफ की बस पर टक्कर मारी, जिसके बाद पूरी बस चकनाचूर हो गई। ऐसे हमले सीरिया और आफगानिस्तान में काफी होते हैं। अफगानिस्तान की संसद और अधिकारियों के आवास पर ऐसे कई हमले हो चुके हैं, इस तरह के हमले को अंजाम देने वाले आतंकी विस्फोटक भरी कार को सीधे बिल्डिंग में घुसा देते हैं। सीरिया में आईएस के लड़ाके भी ऐसा ही करते हैं।