वृद्धजन परिवार की शोभा, ज्ञान के भण्डार रूपी धरोहर हैं - न्यायाधीश श्री अतलसिया!

वृद्धजन परिवार की शोभा, ज्ञान के भण्डार रूपी धरोहर हैं - न्यायाधीश श्री अतलसिया!

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-07-27 10:35 GMT
वृद्धजन परिवार की शोभा, ज्ञान के भण्डार रूपी धरोहर हैं - न्यायाधीश श्री अतलसिया!

डिजिटल डेस्क | खण्डवा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, खण्डवा द्वारा सोमवार को श्री दादाजी वृद्धाश्रम, रामनगर, खण्डवा में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष श्री एल.डी. बौरासी के मार्गदर्शन व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, खण्डवा के अपर सत्र न्यायाधीश/सचिव श्री हरिओम अतलसिया की अध्यक्षता व श्रीमति मीरा अतलसिया व श्रीदादाजी वृद्धाश्रम की प्रभारी श्रीमति अनीता सिंह व प्रबंधक श्रीमति नंदिनी अत्रे एवं योग शिक्षक श्री ज्ञानेन्द्र अत्रे एवं पैरालीगल वालंटियर्स श्री राहुल राठवे की उपस्थिति में विधिक साक्षरता शिविर व वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया गया।

इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री हरिओम अतलसिया द्वारा कहा गया कि वृद्धजन समाज व परिवार की शोभा, ज्ञान के भंडार रूपी धरोहर होते हैं, जीवन के विपरीत हालातों में वे हमें अपने जीवन अनुभव का लाभ प्रदान करते है हमारे लिए वह किसी धरोहर से कम नही हैं, जीवन में वृद्ध माता पिता की सेवा ईश्वर की सेवा के समतुल्य मानी जाती है किन्तु आज के परिवेश में कई संताने अपने वृद्ध माता पिता की सेवा या सम्मान का ख्याल नही कर उनकी उपेक्षा कर रहे हैं जिस कारण वृद्धजनों को कई प्रकार की परेशानी व विपरीत हालातों का सामना करना पड़ रहा है।

इस अवसर पर श्री हरिओम अतलसिया द्वारा शिविर के दौरान नालसा की वरिष्ठ नागरिकों के संबंध में योजना, वृद्धजन के अधिकार व भरण पोषण, आयुष्मान योजना, पीड़ित प्रतिकर योजना, कोरोना वायरस से बचाव आदि विभिन्न कानून की जानकारी दी गयी। इस अवसर पर हरिओम अतलसिया द्वारा वृद्धजन से उनके स्वास्थय, खान पान आदि के संबंध में चर्चा की गयी। शिविर के दौरान वृद्धाश्रम परिसर में श्री हरिओम अतलसिया द्वारा वृक्षारोपण कर, वृक्ष व पर्यावरण के महत्व के बारे में बताया गया।

Tags:    

Similar News