Bhaskar Hindi
Update: 2017-05-28 06:27 GMT
टीम डिजिटल, रीवा. पति ने पत्नी को नर्सिंग की पढ़ाई करवाई. लेकिन जैसे ही पत्नी को नौकरी मिली, उसने पति का पहले तो मज़ाक उड़ाना शुरू किया, फिर शादी के १७ साल बाद उसे तलाक़ भी दे दिया. 

यह कहानी शिवदास द्विवेदी की है, जो बैकुंठपुर थाने के डेल्ही गांव का है. उसका विवाह सन् 2000 में चित्रकूट निवासी शशि से हुआ था. शादी के बाद शिवदास ने शशि को बीएससी नर्सिंग का कोर्स शिवदास ने ही कराया. कोर्स पूरा होते ही शशि को स्वास्थ्य विभाग में नर्स की नौकरी मिल गई. 

नौकरी मिलते ही बदल गया स्वभाव 

नौकरी मिलते ही शशि के हाव-भाव बदलने लगे. ससुराल न आना, शिवदास को चित्रकूट पहुंचने पर घर भेज देना, ताने मारना व बेटे से पिता को दूर करने जैसी बातें होने लगी. जब शिवदास बेटे के प्रति अपना लगाव व दावेदारी की बात की तो मामला महिला थाना पहुंच गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले को परिवार परामर्श केन्द्र भेजा गया.

शशि ने बार-बार शिवदास की डिग्री बीकॉम का उपहास करते हुए उन्हें बेकाम बताया. इतना ही नहीं उसने तो यहां तक कह दिया कि इनसे केवल भजन और कीर्तन ही बनता है. जिससे परिवार चलना मुश्किल है. 

तीन महीने तक शिवदास परिवार परामर्श केन्द्र के सामने अपनी पत्नी शशि से मिन्नतें करता रहा. परिवार टूटने की दुहाई देता रहा और 12 वर्षीय बेटे की बात कहकर भविष्य पर गलत प्रभाव पड़ने की बात भी शिवदास ने कही. लेकिन पत्नी थी कि मानने को तैयार नहीं.

आखिरकार परिवार परामर्श केन्द्र में चले तीन महीने की समझाइश के बाद दोनों पक्ष को अलग कर दिया गया. अलगाव मिलते ही शिवदास के आंखों में आंसू आ गए. बेटे को खुद से दूर जाने का गम उनके आंसू बयां कर रहे थे. जाते समय शिवदास ने कहा कि अब पत्नी ने तो साथ छोड़ दिया इसलिए अब मैं वैराग्य धारण कर भगवान की सेवा करुंगा. 

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