सिम्स के डॉक्टरों की मनमानी: मरीजों को नहीं मिल रहा बेहतर इलाज, डॉक्टर न समय पर पहुंच रहे ओपीडी न ले रहे वार्डों का राउंड

  • सिविल सर्जन ने डीन से पत्राचार कर व्यवस्था बनाने कहा
  • डिप्टी कलेक्टर रोज कर रहे निरीक्षण
  • इसके बाद भी लापरवाही जारी

Ritu Singh
Update: 2024-04-28 03:47 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं लडख़ड़ाई हुई हंै। दरअसल सिम्स के डॉक्टर न तो समय पर ओपीडी में आ रहे और न ही वार्डों का राउंड ले रहे है। मनमानी इतनी कि इमरजेंसी कॉल पर जेआर और एसआर को भेज देते हैं। जिससे मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है। उनकी मनमानी का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।

खासबात यह कि कलेक्टर के निर्देश पर डिप्टी कलेक्टर हर दिन जिला अस्पताल का निरीक्षण कर रहे हैं, बावजूद इसके व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। इधर सिविल सर्जन डॉ. एमके सोनिया ने अस्पताल में बेहतर व्यवस्था बनाने डीन से पत्राचार किया है, ताकि मरीजों को उचित इलाज मिल सके।

केश सीट पर नहीं लिख रहे सही डायग्नोसिस

लेटर के मुताबिक सिम्स के डॉक्टर भर्ती मरीजों की केश शीट पर सही डायग्नोसिस भी नहीं लिख रहे है। यदि किसी मरीज की मृत्यु हो जाती है तो ड्यूटी डॉक्टर मृत्यु प्रमाण पत्र पर कॉज ऑफ डेथ लिखते वक्त परेशान होते है।

निजी क्लीनिकों पर पूरा समय दें है डॉक्टर

सरकारी डॉक्टरों के हालात यह है कि वे जिला अस्पताल की ओपीडी समय से पहले छोड़ देते है। कई डॉक्टर तो ओपीडी टाइमिंग पर निजी क्लीनिकों में बैठे होते है और कई डॉक्टर निजी अस्पतालों में सेवाएं देते है।

लेटर के बाद जागा सिम्स प्रबंधन

सिविल सर्जन के लेटर के बाद अब सिम्स प्रबंधन जागा है। आनन-फानन में प्रबंधन ने विभागाध्यक्ष को आदेश दिए है कि डॉक्टरों का ड्यूटी रोस्टर तैयार करें और डॉक्टरों को समय पर अस्पताल पहुंचने निर्देश दें।

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