VIDEO: Bajaj Dominar की टॉप स्पीड देखकर रह जाएंगे दंग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Youtube पर एक वीडियो आया है जिसमें एक Bajaj Dominar 400 को 194 किमी/घंटे की टॉप स्पीड पर चलते हुए दिखाया गया है। इस वीडियो को अपलोड करने वाले का ये दावा भी है की जो Dominar 400 इतने तेज रफ्तार पर जा रही है वो मॉडिफाई नहीं की गयी है। आपको बता दें की Bajaj भी सिर्फ यही दावा करती है की Dominar की टॉप-स्पीड 148 किमी/घंटे की है। तो ये बिना मॉडिफिकेशन्स वाली Dominar 194 किमी/घंटे की रफ्तार तक कैसे पहुंची? हम समझाते हैं!
सबसे पहले, कई सारे फैक्टर हैं जो स्पीड पर प्रभाव डाल सकते हैं या आपके स्पीडोमीटर पर ये ‘inflated speed’ दर्शा सकते हैं। और इनमें से सबसे आम बात है की आपक स्पीडोमीटर गलत रीडिंग दे रहा है।
अधिकांश मोटरसाइकिल्स जिनमें (Dominar 400 भी शामिल है) ऐसे स्पीडोमीटर्स होते हैं जिन्हें फैक्ट्री में इस तरह प्रोग्राम किया जाता है की वो असल स्पीड से कम से कम 5% ज्यादा की रीडिंग देता है। ये इस बात को सुनिश्चित करने के लिए होता है की राइडर्स स्पीड लिमिट का पालन करें। ये हमेशा ही सेफ होता है जब आप चल तो 76 किमी/घंटे पर रहे हैं लेकिन स्पीडोमीटर 80 किमी/घंटे की रीडिंग दे रहा है क्योंकि तब आप स्पीड लिमिट का पालन कर रहे हैं।
फिर आते हैं दूसरे फैक्टर्स और उनमें पर्यावरण संबंधित बातें भी शामिल हैं। एक बिना ट्रैफिक की ढलान आसानी से आपके ओरिजिनल स्पीड में 20 किमी/घंटे की बढ़ोतरी कर सकती है। Bajaj Dominar के राइडर्स कुछ समय से 160-165 किमी/घंटे की टॉप स्पीड रीडिंग का दावा कर रहे हैं। और आप अपनी मोटरसाइकिल को एक लम्बे ढलान पर चलाइये और आपको स्पीडोमीटर से और भी ऊंची रीडिंग मिलेगी। वैसे ही अगर आप हवा की दिशा में चल रहे हैं तो ये भी आपकी ओवरऑल स्पीड को बाढ़ा सकता है। लेकिन, एक स्टॉक Dominar 400 समतल रोड पर सामान्य हालातों में 194 किमी/घंटे की रफ्तार से से नहीं चल सकती।
लेकिन मॉडिफाइड की टॉप-स्पीड ज्यादा हो सकती है…
अगर हम मान लें की गियरिंग स्टॉक है, हो सकता है Dominar 400 के ECU को दूसरे मैप से फ्लैश कर दिया गया हो जो रेव लिमिटर को हटा देता है। इससे मोटरसाइकिल 500 से 1000 आरपीएम ज्यादा तक रेव कर सकेगी जो इसके टॉप-स्पीड को 10-15 किमी/घंटे की बूस्ट देगा। वैसे ही, अगर गियर रेश्यो को मॉडिफाई किया गया है और उन्हें ज्यादा लम्बा किया गया है तब भी टॉप-स्पीड बढ़ सकती है। लेकिन ये मोटरसाइकिल के इंजन के लिए बढ़िया नहीं है क्योंकि अधिकांश मामलों में ओवर-रेव के चलते वो आसानी से डैमेज हो सकते हैं।
Created On :   28 March 2018 9:28 AM IST