बाजार में उतरा TIGOR का पहला इलेक्ट्रिक लॉट, 'TATA' ने दिखाई हरी झंडी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने आधिकारिक तौर पर इलैक्ट्रिक व्हीकल का पहला बैच मैन्युफैक्चरिंग प्लांट से बाहर भेज दिया है। मिनिस्ट्री ऑफ पावर की एक विंग एनर्जी एफिशिएंसी सर्विस के लिए कंपनी ने ये कारें मैन्युफैक्चर की हैं। नई इलैक्ट्रिक टाटा टिगोर उत्पादन से बाहर आ चुकी है और इसे गुजरात के सानंद प्लांट में बनाया गया है। EESL के टेंडर का टाटा भी हिस्सा है और कंपनी पहले फेस के लिए 10,000 इलैक्ट्रिक कारें बनाकर देगी। लैटर ऑफ अथॉरिटी के हिसाब से टाटा मोटर्स को 250 इलैक्ट्रिक टिगोर देनी हैं, इसके अलावा कंपनी 100 और कारें बनाकर देगी क्योंकि EESL जल्द ही इसे लेकर एक और लैटर ऑफ अथॉरिटी जारी करने वाली है।
इलैक्ट्रिक टाटा टिगोर के पहले बैच को टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा और टाटा मोटर्स के सीईओ और एमडी ग्वेंटर बस्चेक की मौजूदगी में हरी झंडी दिखाई गई। इस समारोह पर चंद्रशेकरन ने बताया कि, "यह मौका हमारे लिए एक मील का पत्थर है और पूरी टीम के लिए ये गर्व की बात है। जैसे कि हम भारत में ऑटोमोबाइल के भविष्य ई-मोबिलिटी पर काम कर रहे हैं, हमें विश्वास है कि भारत की जनता भी हमारे वाहनों को पसंद करेगी। मैं टाटा मोटर्स की पूरी टीम को बधाई देता हूं जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल किया है। मेरा मानना है कि आगे भी इलैक्ट्रिक व्हीकल्स को लेकर और भी बेहतरीन काम किया जाएगा।"
दिखने में इलैक्ट्रिक टिगोर टाटा की स्टैंडर्ड टिगोर से आकार से बिल्कुल समान है। इस सबकॉम्पैक्ट सिडान में सिर्फ एक ही दिखने वाला बदलाव है ग्रिल पर लगा ईवी बैज। कार में सबसे बड़ा बदलाव हुआ है और वो पावरट्रेन का है। टाटा ने इस कार में इलैक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम लगाया गया है जो इलैक्ट्रा ईवी द्वारा बनाया और सप्लाई किया जाता है। इलैक्ट्रा ईवी एक कंपनी है जो ऑटोमोबाइल सैक्टर के लिए इलैक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम डेवेलप और सप्लाई करती है। इस कंपनी का कहना है कि यह भारत सरकार के 2030 तक इलैक्ट्रिक व्हीकल विजन को आगे बढ़ाने का काम है और हम लगातार भारत में ऑटोमोबाइल के भविष्य इलैक्ट्रिक व्हीकल्स को और भी भरोसेमंद बनाएंगे।
Created On :   8 Dec 2017 9:54 AM IST