सेकंड हैंड कार खरीद रहे हैं तो ये खबर जरूर पढ़ लें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के वित्तमंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में बजट सत्र 2018 से पहले दिल्ली में GST काउंसिल की 25वीं बैठक हुई। काउंसिल ने इस बैठक में 20 आइटम पर टैक्स रेट में सुधार करने का फैसला लिया है जिसमें इस्तेमाल किए हुए वाहन भी शामिल है। बदले हुए फैसले के मुताबिक यूज़्ड कारों पर लगने वाला टैक्स अब कम हो जाएगा, वहीं कुछ श्रेणियों से सैस हटा लिया गया है। इस्तेमाल की गई कारों के बाजार को गर्म करने के लिए ये एक बड़ा कदम उठाया गया है। गौरतलब है कि देश में हर साल भारी मात्रा में यूज़्ड कार खरीदी जाती हैं, ऐसे में 25 जनवरी से लागू होने वाले नए टैक्स से ग्राहकों को सहूलियत होगी।
GST के बाद भारत में यूज़्ड बड़े आकार की कारें और एसयूवी पर 28% टैक्स लगाया गया था जिसे घटाकर अब 18% किया जाएगा और छोटे आकार की कारों और मोटर वाहनों पर लगने वाले 28% टैक्स को घटाकर अब 12% किया गया है। दोनों ही श्रेणियों में लगने वाले सैस को भी सरकार ने वापस ले लिया है। लागू हुए रेट्स में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की उन बसों को ही शामिल किया जाएगा जो सिर्फ बायो फ्यूल से ही चलती हैं। GST द्वारा कम किया गया यह टैक्स सभी पुराने वाहनों पर लागू होगा और यह सप्लायर के मार्जिन पर निर्भर करेगा।
GST काउंसिल ने यह भी घोषणा की है कि एंबुलेंस पर लगने वाला सैस (जो पहले 15% था) भी पूरी तरह से हटा दिया गया है। नई GST दरें लगभग सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों पर असर करने वाली हैं जिनमें वो लग्ज़री कार कंपनियां भी शामिल हैं जो इस्तेमाल की हुई कारों के बाजार का भी हिस्सा हैं। यहां तक की मारुति सुज़ुकी (ट्रू वेल्यू) और महिंद्रा (फर्स्ट चॉइस) जैसी कार निर्माता कंपनियां भी यूज्ड कारों को बेचने का काम करती हैं। इनके अलावा मर्सडीज-बैंज, ऑडी, निसान और रेनॉ जैसी कंपनियों भी इस व्यापार में शामिल हैं।
Created On :   20 Jan 2018 9:51 AM IST