विदेशी बाजार में इस कार का कब्जा, 'मेक इन इंडिया' को मिलेगा बढ़ावा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हुंडई की न्यू जनरेशन वरना को गजब का रिस्पॉन्स मिल रहा है। 2 महीनों में कंपनी अब तक 19 हजार कारों का ऑर्डर ले चुकी है। 22 अगस्त को लॉन्च हुई इस कार की लोकप्रियता तो इसी बात से समझी जा सकती है कि, अब तक करीब 1।5 लाख से ज्यादा लोग इस कार की जानकारी मांग चुके हैं। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) ने हाल ही में घोषणा की है उसे मिडिल ईस्ट मार्केट से 10,500 यूनिट का ऑर्डर मिला है। आपको बता दें कि न्यू जनरेशन वरना मिडिल ईस्ट के बाजारों में एसेन्ट के नाम से बिकती है। कंपनी के लिए ये ऑर्डर अबतक का सबसे बड़ा ऑर्डर माना जा रहा है।
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड, मिडिल ईस्ट के साथ-साथ एशिया के देशों में 33 नये डिस्ट्रीब्यूटर्स को खोज रही है। मिडिल ईस्ट की बात करें तो साउदी अरेबिया, ओमान और यूएई के बाजार, तो वहीं एशियन देशों में वियतनाम, फिलीपींस और श्रीलंका जैसे देश शामिल है। कंपनी ने हाल ही में चेन्नई स्थित प्लांट में अपने प्रोडक्ट को लेकर प्रजेंटेशन दिया है। कंपनी ने प्रोडक्ट की गुणवत्ता के मानकों और प्लांट की क्षमता के बारे में विस्तार से बताया है।
भारत में बनी न्यू जनरेशन वरना साल 2018 के शुरुआत में ही साउथ अफ्रीका समेत एशिया के दूसरे देशों में एक्सपोर्ट की जाने लगेगी। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के एमडी और सीईओ का कहना है कि न्यू जनरेशन वरना को दुनिया भर के देशों से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। उन्होंने कहा कि "मेक इन इंडिया" की प्रतिबद्धता के साथ हुंडई का पूर्ण सामंजस्य है। और ये ‘मेक इन इंडिया’ विजन के अनुरूप है।
हुंडई ने न्यू जनरेशन वरना को भारत में 7.99 लाख की शुरुआती कीमत पर लॉन्च किया था, जो 12.61 लाख रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) तक जाती है। हालांकि कंपनी ने यह भी कहा है कि बताई गई कीमत पहले 20 हजार ग्राहकों के लिए ही है।
हुंडई वरना के बारे में अनोखे फैक्ट्स
1. इस कार को भारत में हुंडई वरना के नाम से जाना जाता है, लेकिन भारत के अलावा दूसरे देशों में इसे अलग नामों से जाना जाता है। रूस में इसे हुंडई सोलारिस, तो वहीं यूएसए, उत्तरी अमेरिका और चीन में इसे ऐक्सिन्ट कहा जाता है।
2. हुंडई वरना में भी उसी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया गया है जो कंपनी की हुंडई एलेन्ट्रा में किया गया था। इसके कारण कार का वजन भी कम रहता है।
3. होंडा सिटी का कभी सेडान बाजार पर कब्जा हुआ करता था, लेकिन जब हुंडई ने वरना का डीजल वैरिएंट भी बाजार में उतारा तो बड़ी संख्या में ग्राहक इसकी ओर आकर्षित हुए। उस समय होंडा सिटी सिर्फ पेट्रोल वैरिएंट में आती थी, जिस कारण उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा।
4. नंवबर साल 2006 में हुंडई वरना के लॉन्च के बाद से ही यह कार बिक्री के मामले में अच्छी रही है। सेल्स फिगर के लिहाज से देखा जाए तो हुंडई वरना या तो सेग्मेंट की टॉप कार रही है या दूसरे नंबर पर आई। कुल मिलाकर हुंडई वरना की भारत में 31.8 लाख यूनिट और दुनियाभर में 88 लाख यूनिट बेची जा चुकी हैं।
Created On :   25 Oct 2017 12:00 PM IST