गुंजन पालीवाल: दृढ़ संकल्प, आत्मविश्वास और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रेरणादायक यात्रा

दृढ़ संकल्प, आत्मविश्वास और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रेरणादायक यात्रा
  • कैसे आकाश में सूराख़ हो नहीं सकता,
  • एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो।

कवि दुष्यंत कुमार ने यह कविता उन्हीं मेहनती लोगों के लिए लिखी होगी जो अपने सपनों को पंख देने का हौसला रखते हों। ऐसा ही हौसला है उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में जन्मी गुंजन पालीवाल का। गुंजन ने बचपन से ही समाज में एक सकारात्मक पहल करने की ठानी थी, लेकिन इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी था शिक्षा से अपनी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प को मजबूत करना। गुंजन तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने सबसे पहले आगरा शहर से ही अपनी प्रारंभिक शिक्षा ली, जिसके बाद उन्होंने हैदराबाद का रुख किया। उन्होंने देश के प्रतिष्ठित बिजनेस कॉलेज इंडियन स्कूल ऑफ़ बिज़नेस, हैदराबाद से मास्टर की डिग्री हासिल की। गुंजन की उड़ान यहीं नहीं थमने वाली थी। उन्हें छोटी उम्र में ही पढ़ाई का गहरा महत्व समझ आ चुका था, और इसीलिए उन्होंने विदेश में जाकर अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने की ठानी, जिसमें उन्हें अपार सफलता मिली।




विदेश में भी कामयाबी ने गुंजन का साथ ना छोड़ा। सबसे पहले उन्होंने विश्व-प्रसिद्ध मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में एडमिशन मिला।

उन्होंने डिस्टिंक्शन के साथ मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री को हासिल कर कामयाबी पाई। बात करें इस कोर्स की तो ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय सहित दुनिया के अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के बेहतरीन छात्रों ने भी इस चयनात्मक कोर्स को चुना था। ऐसे ऊर्जा से भरे और ज्ञानवर्धक माहौल के बीच अलग अलग दृष्टि कोण और नये विचारों के बारे में सीखकर गुंजन ने वहां अपनी एक अलग पहचान बनाई, जिससे उनका व्यक्तिगत और शैक्षणिक विकास भी हुआ।

अलग-अलग पृष्ठभूमि वाले साथियों के साथ काम करने से यहां सीखने का अनुभव और भी बेहतर हुआ। इस शैक्षणिक माहौल में न केवल गुंजन ने इस क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता को बढ़ाया, बल्कि उन्हें विभिन्न देशों की संस्कृति और संचार के साथ साथ अलग अलग विषयों की समस्याओं को हल करने का भी मौका सीखने को मिला।

गुंजन पालीवाल के पास एक दशक से अधिक का अनुभव है और आज वह दुनिया की शीर्ष कंपनियों में सम्मानित पदों पर काबिज हैं। व्यापार की जटिलताओं में उनकी विशेषज्ञता ने मेटा, न्यूएल, सीयर्स, और माइक्रोसोफ्ट में परिवर्तनकारी बदलाव लाए हैं, जिससे कंपनी को रेवेन्यू ग्रोथ में अहम योगदान मिला। गुंजन का विजन हमेशा से बड़ा रहा और यही वजह रही कि गुंजन ने कभी पारंपरिक सीमाओं में सीमित रहकर काम नहीं किया। बात करें स्पेशेलाइजेशन की तो गुंजन ने प्रोडक्ट मार्केटिंग एंड प्रोडक्ट डेवलपमेन्ट में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की विशेषज्ञता हासिल की है। इसके साथ ही उन्होंने कुछ खास एरिया जैसे गो-टू-मार्केट की रणनीति, प्रोडक्ट लॉन्चिस, एडवरटाइजिंग टेकनोलॉजी और मार्केटप्लेस सेक्टर में भी दक्षता हासिल की । गुंजन की विशेषज्ञता को फोर्ब्स बिजनेस डेवलपमेंट काउंसिल की सदस्यता से भी मान्यता मिली है।

विशेषज्ञता से भरी उनकी राय और लेख कई बार फोर्ब्स में प्रकाशित भी हुए हैं। आपको बता दें कि फोर्ब्स बिजनेस डेवलपमेंट काउंसिल एक बिजनेस विकास में वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों के लिए सिर्फ निमंत्रण द्वारा आधारित समिति है।

गुंजन पालीवाल ने अपनी क्षमता से विश्वपटल पर प्रोडक्ट मार्केटिंग एंड प्रोडक्ट डेवलपमेन्ट के क्षेत्र में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। गुंजन ने एडवरटाइजिंग टेकनोलॉजी, मार्केटप्लेस, ई-कॉमर्स, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बी2बी उत्पादों में विशेष योग्यता हासिल की है। इस दौरान गुंजन की तकनीकी और नए विचारों से दुनिया को प्रभावित करने की प्रतिभा भी उभर कर सामने आई जब उन्होंने कई जटिल प्रोडक्ट गो-टू-मार्केट की रणनीति और प्रोडक्ट लॉन्च का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया।

गुंजन की यात्रा केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों तक सीमित नहीं रही। गुंजन कई लोगों के लिए प्रेरणा की एक मिसाल बन चुकी हैं। अपने कार्य के प्रति उनके निःस्वार्थ समर्पण और विशेषज्ञता ने उन्हें एक अलग पहचान तो दिलाई ही साथ ही साथ उन्हें टाइटन और ग्लोबी जैसे अवॉर्डस से भी सम्मानित किया गया। इतना ही नहीं गुंजन की विशेषज्ञता और प्रभाव को मान्यता देते हुए कई ऑर्गेनाइजेशन अक्सर उन्हें अपने प्रमुख कार्यक्रमों में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित भी करती हैं ।

आगरा से अमेरिका तक एक सफल बिजनेस प्रोफेशनल गुंजन, युवाओं से लेकर महिलाओं तक के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। अपनी प्रोफेशनल जिंदगी में मुकाम हासिल कर चुकीं गुंजन अब समाज के युवाओं को भी जागरूक करने का काम कर रही हैं। वे युवाओं को "गुड टू ग्रेट," "द लीन स्टार्टअप," और "इनोवेटर की दुविधा" जैसी ज्ञानवर्धक किताबें पढ़ने की सलाह देती हैं। इन किताबों ने जैसे गुंजन को सिद्धांतों और सही दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने के रास्ता दिखाया उसी तरह विश्व के युवा भी सही राह पकड़कर सफलता की सीढ़ियां चढ़ें। उनका संकल्प है कि वो आने वाले दिनों में युवाओं को उनके बेहतर भविष्य के लिए एक सार्थक मार्गदर्शन कर सकें, जिसके लिए उन्होंने कई युवाओं की काउंसलिंग कर सहायता भी की है। जिस तरह गुंजन ने अपने दम पर यह मुकाम हासिल किया है, कहा जा सकता है कि अगर आपके इरादे पक्के हों तो रास्ते अपने आप बनते चले जाते हैं।

गुंजन ने हमेशा "स्वयं को बदलो, समाज को बदलो" के विचार को अपनाया है।

उनका मानना है कि व्यक्तिगत विकास और सामाजिक बदलाव एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। गुंजन का उद्देश्य है कि लोग जिस तरह का बदलाव दुनिया में करना चाहते हैं उन्हीं मूल्यों को अपने जीवन में उतार कर आगे चलें तो वे अपने आसपास के लोगों को प्रभावित करते हैं, दूसरों को प्रेरित करते हैं और सकारात्मक बदलाव की लहर पैदा करते हैं।

गुंजन की प्रेरक यात्रा के बारे में और जानने और उपयोगी जानकारी पाने के लिए, उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल पर जाएं। उनकी कहानी इस बात का सबूत है कि मेहनत, लगन और कुछ अच्छा करने की चाहत से क्या कुछ हासिल किया जा सकता है |

Created On :   22 July 2024 4:53 PM IST

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