12 साल बाद घरेलू निवेशकों के पास होगी एफपीआई से अधिक होल्डिंग
- यह रूझान मार्च 2022 को समाप्त गत वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में भी देखा गया
डिजिटल डेस्क, नयी दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में साल 2010 के बाद पहली बार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की तुलना में घरेलू निवेशकों के पास अधिक होल्डिंग होगी। ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली की नयी रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू निवेशकों की होल्डिंग लगातार बढ़ रही है। साल 2015 से घरेलू म्युचुअल फंड और शेयर बाजार में घरेलू निवेशकों की होल्डिंग में 600 आधार अंकों की तेजी आयी है जबकि एफपीआई की होल्डिंग में 150 आधार अंकों की गिरावट आयी है।
यह रूझान मार्च 2022 को समाप्त गत वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में भी देखा गया। फर्म ने बताया कि उन्होंने 75 कंपनियों में एफपीआई की होल्डिंग में तिमाही दर तिमाही 75 आधार अंकों की गिरावट देखी जबकि घरेलू निवेशकों की हिस्सेदारी में 81 आधार अंकों का इजाफा देखा गया। फर्म ने इन कंपनियों को नमूने के तौर पर चुना था।
वित्त क्षेत्र में एफपीआई की हिस्सेदारी अब भी अधिक है लेकिन वे निवेश में लगातार गिरावट कर रहे हैं। इस क्षेत्र में उनका निवेश 19 तिमाही के निचले स्तर पर है। प्रौद्योगिकी क्षेत्र में उनका निवेश अब उच्च से न्यूट्रल हो गया है। उन्होंने ऊर्जा और हेल्थकेयर में निवेश बढ़ाया है। एफपीआई का निवेश कंज्यूमर उत्पाद और उद्योग में कम है।
घरेलू निवेशकों ने भी ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को बढ़ाया है जबकि प्रौद्योगिकी में निवेश में कटौती की है। वित्त और प्रौद्योगिकी में घरेलू निवेशकों का निवेश कम है जबकि कम्युनिकेशन सर्विस क्षेत्र में, उपभोक्ता उत्पाद और यूटिलिटीज में उनका निवेश अधिक है। घरेलू निवेशकों के निवेश का यह रूझान मॉर्गन स्टेनली के सलाह के विपरीत है जबकि उद्योग क्षेत्र को लेकर जारी की गयी सलाह निवेशकों के रूझान के अनुकूल है। निवेशकों का रूझान शीर्ष 20 कंपनियों में से सबसे अधिक रिलायंस में रहा जबकि एचयूएल में गिरावट रही।
आईएएनएस
Created On :   28 April 2022 3:31 PM IST