हम सिंगापुर आर्ब्रिटेशन ट्रिब्यूनल के समक्ष पेश होने को तैयार
- आईबीसी की धारा 7 किसी भी दिन आ सकती है और कंपनी पर हजारों करोड़ का बकाया है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेजन और फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (एफआरएल) ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि वे सिंगापुर इंटरनेशनल आर्ब्रिटेशन सेंटर के समक्ष मध्यस्थता कार्यवाही के लंबित निर्णय के संबंध में पेश होना चाहते हैं। न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी और न्यायमूर्ति हिमा कोहली के साथ ही प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमना की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, दोनों पक्षों ने कहा है और वे सहमत हैं कि वे सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र के समक्ष पेश होना चाहते हैं और अनुरोध कर रहे हैं कि कार्यवाही - उसके समक्ष लंबित निर्णय - उनके बीच सहमत मुद्दों पर तेजी से आगे बढ़ें। इस उद्देश्य के लिए, दोनों पक्षों को 5 अप्रैल तक सहमति शर्तों का एक संयुक्त ज्ञापन दायर करने का निर्देश दिया जाता है। इन मामलों को 6 अप्रैल को सूचीबद्ध किया जाए।
पीठ ने दोनों पक्षों को दिल्ली उच्च न्यायालय के घटनाक्रम के बारे में अगली सुनवाई पर सूचित करने के लिए कहा, जो अमेजन और एफआरएल विवाद की सुनवाई कर रहा है। प्रधान न्यायाधीश ने मामले में पक्षों द्वारा बार-बार दायर किए गए भारी दस्तावेजों पर भी आपत्ति जताई। पीठ ने कहा, कृपया कागजों का ढेर लगाकर हम पर बोझ न डालें।
फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (एफआरएल) के वकील ने पिछले हफ्ते शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि आज के समय में कोई भी उनके साथ कारोबार नहीं करना चाहता है, क्योंकि आईबीसी की धारा 7 किसी भी दिन आ सकती है और कंपनी पर हजारों करोड़ का बकाया है। उन्होंने कहा कि अमेजॅन को फ्यूचर रिटेल नहीं मिल सका, तो उसने उनकी कंपनी को ही नष्ट कर दिया। फ्यूचर रिटेल का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने प्रधान न्यायाधीश रमना की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष प्रस्तुत किया कि रिलायंस ने लैंडलॉर्डस या जमींदारों के साथ समझौता किया है और फ्यूचर रिटेल पर 3,000 करोड़ रुपये का किराया बकाया है।
उन्होंने कहा कि एक बार यह आईबीसी की धारा 7 में चला गया, तो यह सब समाप्त हो जाएगा और कोई भी उनके साथ व्यापार नहीं करना चाहता, क्योंकि धारा 7 किसी भी दिन आ सकती है। साल्वे ने कहा कि अमेजन ने 1,400 करोड़ रुपये के लिए अपने क्लाइंट की कंपनी को तबाह कर दिया। उन्होंने कहा, उन्हें फ्यूचर रिटेल नहीं मिला तो उन्होंने फ्यूचर रिटेल को नष्ट कर दिया। वकील ने कहा कि बिग बाजार और सभी संपत्तियां भी चली गई हैं। कंपनी का प्रतिनिधित्व करते हुए साल्वे ने कहा, मेरे सभी खाते फ्रीज कर दिए गए हैं, कोई हमें छूना नहीं चाहता. राज्यों द्वारा लॉकडाउन लगाए जाने के बाद फ्यूचर रिटेल कैश फ्लो और खराब हो गया।
वहीं दूसरी ओर अमेजन का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल सुब्रमण्यम ने सुनवाई की शुरूआत में कहा कि जहां तक मध्यस्थता की बहाली का संबंध है, ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों पक्षों ने सामान्य आधार पाया है और वे फिर से शुरू करने में रुचि रखते हैं। हालांकि, सुब्रमण्यम ने फ्यूचर रिटेल एसेट्स को अचानक सौंपे जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। शीर्ष अदालत अमेजन द्वारा दायर एक आवेदन पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें रिलायंस रिटेल के साथ एफआरएल के विलय सौदे पर मध्यस्थता को फिर से शुरू करने के अलावा, फ्यूचर रिटेल की दुकानों और रिलायंस द्वारा संपत्ति का मुद्दा उठाया गया था।
पिछले महीने अमेजन ने आरोप लगाया था कि 80 फीसदी एफआरएल दुकानों को रिलायंस के हवाले कर दिया गया है। वहीं इस पर फ्यूचर रिटेल ने कहा कि कोई संपत्ति हस्तांतरित नहीं की गई है।
आईएएनएस
Created On :   4 April 2022 10:30 PM IST