चीनी कंपनी शोपी की बाजार विरोधी नीतियों के खिलाफ सीएआईटी ने सीसीआई को लिखा पत्र
- कंपनी ने 2020 की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति का उल्लंघन किया है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (सीएआईटी) ने चीनी ई- कामॅर्स कंपनी शोपी के बहुत कम कीमतों पर उत्पादों की ब्रिकी किए जाने के खिलाफ भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) को पत्र लिखकर विरोध दर्ज कराया है। सीएआईटी के अध्यक्ष प्रवीण खंडेलवाल ने सीसीआई को लिखे पत्र में कंपनी के गैर व्यापारिक रवैये की आलोचना करते हुए कहा कि चीनी कंपनी विभिन्न उत्पादों को बहुत ही कम कीमतों पर बेच रही है। यह प्रक्रिया अन्य कंपनियों की वृद्धि को प्रभावित कर रही है। इससे भारतीय बाजार भी तबाह हो सकता है।
खंडेलवाल ने गुरूवार को लिखे इस पत्र में कहा कि देश में पारंपरिक और छोटे पैमाने के व्यवसायों को खत्म करने के लिए गलत मूल्य निर्धारण एक सोची समझी साजिश के तहत किया जा रहा है। इस प्रकार यह कंपनी प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 के प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए भारत में अपना कारोबार कर रही है।
सीएआईटी ने कहा कि शोपी अपनी वेबसाइट पर 1 रुपये, 9 रुपये, 49 रुपये आदि पर उत्पादों की पेशकश करता है और उत्पादों या सेवाओं की कीमतों में कमी घाटे में चल रहे अन्य कारोबारियों को तबाह करने के अलावा कुछ भी नहीं है। यह छोटे व्यवसायों को कम करने और समाप्त करने जैसा है।
इससे पहले दिसंबर में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और सीसीआई को संबोधित करते हुए सीएआईटी ने इस बात पर प्रकाश डाला था कि इस कंपनी ने सरकार को धोखा देने के लिए जटिल ढांचे के तहत भारत में प्रवेश किया था। उसमें कहा गया था कि इस कंपनी ने 2020 की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति का उल्लंघन किया है।
खंडेलवाल ने कहा कि एसईए होल्डिंग्स (शोपी की होल्डिंग कंपनी) के पास इसका स्वामित्व लगभग 25 प्रतिशत है। एसईए के संस्थापक, फॉरेस्ट ली, मूल रूप से चीनी हैं, लेकिन कुछ साल पहले सिंगापुरी की नागरिकता लेकर वहां के नागरिक बन गए हैं।
आईएएनएस
Created On :   28 Jan 2022 6:00 PM IST