एफपीआई लगातार आठवें माह मई में बने रहे बिकवाल, निकाले ढाई लाख करोड़ रुपये
- एफपीआई लगातार आठवें माह मई में बने रहे बिकवाल
- निकाले ढाई लाख करोड़ रुपये
डिजिटल डेस्क, नयी दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की पूंजी निकासी लगातार आठवें महीने मई में भी जारी रही। इस दौरान एफपीआई ने करीब ढाई लाख करोड़ रुपये शेयर बाजार से निकाले हैं। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजट्री लिमिटेड (एनएसडीएल) से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक एफपीआई ने 1.7 लाख करोड़ रुपये शेयर बाजार से निकाले हैं।
विदेशी निवेशकों ने 2014 से 2020 के बीच भारतीय शेयर बाजार में 2.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर बढ़ती महंगाई, भारत और अमेरिका सहित अन्य विकसित देशों में मौद्रिक नीति के सख्त होने की आशंका, अमेरिका में आर्थिक सुस्ती आने की संभावना और यूक्रेन- रूस युद्ध के जारी रहने से विदेशी निवेशकों का उत्साह ठंडा है।
सैम्को सिक्योरिटीज में इक्वि टी रिसर्च प्रमुख यशा शाह का कहना है कि वैश्विक स्तर पर जोखिम भरे निवेश के प्रति निवेशक कोताही बरत रहे हैं और बाजार पर अगले कुछ समय तक दबाव बना रहेगा। इसके अलावा डॉलर की तुलना में रुपये की गिरावट की वजह से भी आने वाले समय में विदेशी निवेशकों के बिकवाल बने रहने की संभावना तेज होती है।
उन्होंने कहा कि हालांकि मध्यम से दीर्घअवधि के बीच विदेशी निवेशक वापसी कर सकते हैं। उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत की मजबूत स्थिति इसे भविष्य में निवेश के अनुकूल बनाती है। रेलीगेयर ब्रोकिंग में इक्वि टी डेरिएटीव के उपाध्यक्ष मनोज वायलार का कहना है कि मौजूदा रुझान बताते हैं कि पिछले आठ दस माह से शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी मुनाफावसूली की वजह से है, न कि यह बिकवाली है। उन्होंने कहा कि विदेशी निवेशकों ने गत 10 साल में जितना निवेश किया है , सूचकांक के मुताबिक उस पर उन्हें करीब 80 प्रतिशत रिटर्न मिला है।
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Created On :   26 May 2022 5:01 PM IST