रिकॉर्ड ऊंचाई से 2300 रुपये टूटा सोना, 6000 रुपये प्रति किलो लुढ़की चांदी

Gold lost Rs 2300 to a record high, Rs 6000 per kg to fall in silver
रिकॉर्ड ऊंचाई से 2300 रुपये टूटा सोना, 6000 रुपये प्रति किलो लुढ़की चांदी
रिकॉर्ड ऊंचाई से 2300 रुपये टूटा सोना, 6000 रुपये प्रति किलो लुढ़की चांदी

डिजिटल डेस्क, मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। डॉलर में रिकवरी आने से मंगलवार को एक बार फिर सोने और चांदी की तेजी पर ब्रेक लग गया। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगी धातुओं की चाल मंद पड़ने से भारत में भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। घरेलू वायदा बाजार में सोना रिकॉर्ड ऊंचाई से 2,300 रुपये प्रति 10 ग्राम टूट चुका है और चांदी के दाम में 6000 रुपये प्रति किलो से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर मंगलवार को दोपहर 13.14 बजे सोने के अक्टूबर वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 1,043 रुपये यानी 1.90 फीसदी की गिरावट के साथ 53,903 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान सोने का भाव 53,820 रुपये तक टूटा। बीते शुक्रवार को एमसीएक्स पर सोना रिकॉर्ड 56,191 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला था, तब से 2,300 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है।

वहीं, एमसीएक्स पर चांदी के सितंबर एक्पायरी अनुबंध में पिछले सत्र से 2,649 रुपये यानी 3.51 फीसदी की गिरावट के साथ 72,745 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान चांदी का भाव 71,791 रुपये प्रति किलो तक टूटा। बीते शुक्रवार को एमसीएक्स पर चांदी का भाव 77949 रुपये प्रति किलो तक उछला था, जिसके बाद अब तक चांदी 6000 रुपये प्रति किलो से ज्यादा लुढ़क चुकी है।

एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने बताया कि सोने और चांदी की तेजी पर पर डॉलर में रिकवरी के कारण ब्रेक लगा है। साथ ही, मुनाफा वसूली के चलते कीमतों पर दबाव आया है। गुप्ता ने कहा कि महंगी धातुओं में तेजी के फैक्टर्स अभी भी मौजूद हैं और यह नरमी क्षणिक है।

दुनिया की छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स बीते गुरुवार को लुढ़ककर 92.74 पर आ गया था जो मंगलवार को 93.70 तक चढ़ा। उन्होंने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच तकरार से सोने की तेजी का सपोर्ट मिलेगा। केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने भी कहा कि सोना घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रिकॉर्ड ऊंचाई पर चला गया था, जहां से कीमतों का टूटना स्वाभाविक था, लेकिन यह महज एक करेक्शन है और तेजी के फंडामेंटल्स अभी भी मौजूद हैं।

 

 

Created On :   11 Aug 2020 2:30 PM IST

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