स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं को अनुकूल स्वास्थ्य नीति की उम्मीद
- कौकुंतला ने कहा जब हम स्वस्थ होते हैं तो व्यक्तिगत और पेशेवर मोर्चे पर अधिक जोखिम उठाते हैं
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। कोरोना महामारी ने ना केवल स्वास्थ्य आपातकालीन स्थिति पैदा की है बल्कि लाखों परिवारों के लिए वित्तीय संकट भी खड़ा कर दिया है। लंबे समय तक चलने वाले उपचार और बेतहाशा मंहगे बिलों ने कोरोना की मार से तबाह हुए लोगों की दिक्कतों को और भी बढ़ाया है। अभी भी अनेक लोग अपने स्वास्थ्य और वित्तीय स्थिति को हुए नुकसान से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। भविष्य में ऐसी स्थितियों से उबरने के लिए और देश के मजबूत तथा बेहतर विकास के लिए, बीमा संभवत: एकमात्र समाधान है।
स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं का सुझाव है कि केंद्र सरकार आगामी केंद्रीय बजट में सभी भारतीयों को स्वास्थ्य बीमा चुनने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक अनुकूल नीति लाए।
एसएलजी अस्पताल के कार्यकारी निदेशक, डीवीएस सोमा राजू ने कहा है स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियां केवल चिकित्सा खचरें को कवर करने के लिए नहीं हैं, बल्कि बीमित व्यक्तियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने की स्वतंत्रता भी देनी होगी। बदलती जीवन शैली और नई बीमारियां हमारे समाज के लिए बढ़ते खतरे पैदा कर रही हैं। ऐसे में यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम इसके लिए तैयार रहें और इन चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करें।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने बजट भाषण में स्वास्थ्य बीमा को महत्व देंगी क्योंकि केवल एक बीमित भारत ही अंतत: स्वस्थ भारत में विकसित होगा। सेंचुरी हॉस्पिटल्स के उपाध्यक्ष हेमंत कौकुंतला ने कहा जब हम स्वस्थ होते हैं तो व्यक्तिगत और पेशेवर मोर्चे पर अधिक जोखिम उठाते हैं। लेकिन बाद में उम्र के एक पड़ाव पर आकर हमें भविष्य के बारे में सोचना चाहिए और किसी भी घटना के लिए तैयार रहना चाहिए।
कोविड संक्रमण मानव जाति को समय पर सतर्क रहने की एक सही चेतावनी है। हम सभी को सुरक्षित रहना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारा स्वास्थ्य बेहतर रहे क्योंकि स्वास्थ्य बीमा से व्यक्तियों, परिवारों और बड़े पैमाने पर समाज का कल्याण होगा। अवेयर ग्लेनीगल्स ग्लोबल हॉस्पिटल के सीओओ सतविंदर सिंह सभरवाल ने स्वास्थ्य बीमा के महत्व पर बात करते हुए कहा कि भागदौड़ भरी जीवनशैली, अस्वास्थ्यकर खान-पान, प्रदूषण के लगातार बढ़ते स्तर और कम उम्र में बीमारियों के बढ़ते मामलों से किसी भी उम्र और किसी के लिए भी स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थिति की समस्या हो सकती है।
सी. रघु, निदेशक, एस्टर प्राइम अस्पताल ने कहा उचित बीमा कवरेज के बिना, चिकित्सा आपात स्थिति अक्सर परिवारों को आर्थिक तंगी में ले जाती है जो कई बार बीमारी से ज्यादा नुकसानदेह हो सकता है। वित्तीय रूप से सुरक्षित जीवन हर व्यक्ति का सपना होता है। पर्याप्त धन की बचत करने या न करने के बावजूद, हर किसी को स्वास्थ्य बीमा को महत्व देना चाहिए, क्योंकि यह निश्चित रूप से वित्तीय स्वतंत्रता के लिए सबसे महत्वपूर्ण मानक है।
स्वास्थ्य पेशेवर अधिक से अधिक भारतीयों को बीमा के लिए प्रोत्साहित करने के अलावा, यह भी चाहते हैं कि केंद्रीय वित्त मंत्री देश में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए पर्याप्त राशि का आवंटन करें।
आईएएनएस
Created On :   30 Jan 2022 9:00 PM IST