कब तक उपभोक्ताओं को रुलाएगा प्याज, नामालूम
नई दिल्ली, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। प्याज बीते चार महीने से आम उपभोक्ताओं का रुला रहा है, क्योंकि 100 रुपये किलो प्याज खरीदना सबके बस की बात नहीं है। ऐसे में प्याज का दाम कब घटेगा यह किसी को मालूम नहीं है।
विदेशी प्याज की आवक बढ़ने से जो दाम कम होने की उम्मीद बंधी थी, लेकिन वह भी अब धूमिल होती दिख रही है, क्योंकि तुर्की ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। तुर्की दुनिया में प्याज का प्रमुख उत्पादक देश है।
उधर, देश के सबसे बड़े प्याज उत्पादक प्रदेश महाराष्ट्र में फिर बारिश होने से प्याज की आवक प्रभावित हो सकती है, जिससे कीमतों को सपोर्ट मिलेगा।
देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में गुरुवार को प्याज का खुदरा दाम 100-140 रुपये प्रति किलो था। हालांकि केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्रालय की वेबसाइट पर दी गई कीमत सूची के अनुसार, दिल्ली में प्याज का खुदरा दाम 107 रुपये प्रति किलो था।
मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देशभर में प्याज का खुदरा भाव गुरुवार को 48-150 रुपये प्रति किलो था।
वहीं, दिल्ली की आजादपुर मंडी एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्के टिंग कमेटी यानी एपीएमसी की रेट लिस्ट के अनुसार, दिल्ली में प्याज का थोक भाव गुरुवार को 20-95 रुपये प्रति किलो था, जबकि आवक 1020.3 टन थी।
आजादपुर मंडी में महाराष्ट, राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश और गुजरात के अलावा विदेशी प्याज की आवक थी, जिसमें सबसे महंगे भाव 62.50-95 रुपये प्रति किलो महाराष्ट्र से आने वाला प्याज बिका।
आजादपुर मंडी के कारोबारी और प्याज मर्चेट एसोसिएशन के प्रेसीडेंट राजेद्र शर्मा ने बताया कि महाराष्ट्र में फिर बारिश हो जाने से किसान खेतों से प्याज नहीं निकाल पाएंगे, जिससे प्याज की आवक प्रभावित हो सकती है।
एक अन्य कारोबारी ने बताया कि तुर्की द्वारा प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा देने से विदेशी प्याज की आवक घट जाने से आने वाले दिनों में दाम में और तेजी देखी जा सकती है।
महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी में प्याज का भाव 2,000-7,551 रुपये प्रति क्विंटल था।
Created On :   27 Dec 2019 1:31 AM IST