लॉकडाउन : हरियाणा में उद्योगों को पटरी पर लाने की तैयारी
नई दिल्ली, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। हरियाणा में कोरोना वायरस को लेकर स्थिति का जायजा 20 अप्रैल को लिया जाएगा। 20 अप्रैल के बाद जिन स्थानों पर संक्रमण कम होगा, वहां हालात सामान्य करने के लिए सरकार विभिन्न कदम उठाने की योजना बना रही है।
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा, जिस ब्लॉक में कोरोना वायरस का प्रकोप अब तक नहीं पहुंचा, सरकार ने उसे ग्रीन जोन में शामिल किया है। वहीं जिस क्षेत्र में विदेश से आकर कोई नागरिक रूका, उसे ऑरेंज क्षेत्र निर्धारित किया। प्रदेश मे उद्योगों की गतिविधियों को वापस पटरी पर लाने के लिए सरकार निरंतर कार्य कर रही है, जिसमें सामाजिक दूरी की पालना आदि कई बिंदुओं को ध्यान में रखकर योजना बनाई जा रही है।
चौटाला ने कहा कि 20 अप्रैल के बाद जिन-जिन क्षेत्रों में कोरोना का संक्रमण कम होगा, वहां धीरे-धीरे हालातों को सामान्य करने की दिशा में आगे बढ़ा जाएगा। सरकार का निरंतर गंभीरता से प्रयास है कि प्रदेश में इस समय बनी गंभीर स्थिति में श्रमिकों के लिए वापस रोजगार की व्यवस्था, किसानों की फसल कटाई व फसल खरीद, लॉकडाउन के दौरान जरूरती समान की आपूर्ति करना आदि सही तरीके से हो।
कोरोना महामारी के मद्देनजर लॉकडाउन की अवधि को तीन मई तक बढ़ाए जाने के बाद उप-मुख्यमंत्री ने कहा, हरियाणा लॉकडाउन के दूसरे फेज के लिए भी पूरी तरह से तैयार है। राज्य सरकार इसके लिए लगातार विभिन्न वर्गों से जुड़े लोगों और अधिकारियों के साथ चर्चा कर रही है।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा गया है। सरकार ने रेड जोन को न केवल कुछ जिलों तक सीमित किया है, बल्कि उसे ब्लॉक स्तर तक लेकर जा रहे हैं। हरियाणा में करीब 140 ब्लॉक हैं, जिनको प्रतिदिन मॉनिटर किया जा रहा है।
दुष्यंत ने प्रदेश सरकार द्वारा शराब फैक्ट्रियों को चालू करने के आदेश पर भी जबाव दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार फिलहाल कोई भी शराब का ठेका खोलने नहीं जा रही है।
उन्होंने कहा, सेनेटाइजर बनाने के लिए ईएनए व एथनॉल की जरूरत होती है और इसकी हिमाचल व दिल्ली राज्य की पत्र के जरिये मांग भी आई है। ऐसे में इन शराब फैक्ट्रियों और डिस्टलरीज को चलने की अनुमति देनी पड़ी।
Created On :   15 April 2020 12:30 AM IST