मप्र ने कोरोना संकट के बीच गेहूं खरीदारी में बनाया कीर्तिमान

MP records record in wheat shopping amid Corona crisis
मप्र ने कोरोना संकट के बीच गेहूं खरीदारी में बनाया कीर्तिमान
मप्र ने कोरोना संकट के बीच गेहूं खरीदारी में बनाया कीर्तिमान

भोपाल, 22 मई (आईएएनएस)। कोरोना महामारी के बीच मध्य प्रदेश ने गेहूं खरीदारी में नया कीर्तिमान बनाया है। राज्य में अब तक 100 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं की खरीदारी हो चुकी है।

राज्य सरकार के गुरुवार तक के आंकड़े बताते है कि इस साल कुल 100 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदारी का लक्ष्य रखा गया था, मगर इस लक्ष्य को न केवल हासिल किया गया है, बल्कि अब तक यहां कुल खरीदारी 104 लाख मीट्रिक टन की हो चुकी है। अभी गेहूं खरीदारी का सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है।

राज्य के कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि राज्य में किसानों की सरकार है, किसान का बेटा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान है, जो किसानों के एक-एक दाने को खरीदेगा। किसानों में मुख्यमंत्री के प्रति भरोसा है और व्यवस्थाएं चौकस हैं। यही कारण है कि लक्ष्य से ज्यादा गेहूं की खरीदारी हो चुकी है।

पटेल ने कांग्रेस को किसान विरोधी बताते हुए पिछले साल की खरीदारी का हवाला देते हुए कहा, पछले साल कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 25 मार्च से 30 मई तक अर्थात दो माह पांच दिन खरीदारी चली थी और मात्र 63 लाख मीट्रिक टन गेहूं ही खरीदा गया था। इस बार कोरोना के कारण खरीदारी देर से शुरू हुई और 15 अप्रैल से 21 मई के बीच एक माह छह दिन में ही 100 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं खरीदा गया। इस तरह राज्य गेहूं खरीदारी के मामले में पंजाब के बाद दूसरे स्थान पर है।

आखिर यह संभव कैसे हुआ इस पर पटेल का कहना है कि यह सरकार की इच्छाशक्ति का परिणाम है, किसानों की सरकार है, मुख्यमंत्री गांव, किसान और गरीबों के मसीहा हैं। किसानों को मुख्यमंत्री पर भरोसा है और इस बार पैदावार भी बंपर हुई है।

राज्य में अब तक समर्थन मूल्य पर लगभग 13 लाख किसानों से गेहूं खरीदा गया है। कुल 10 लाख 32 हजार किसानों के खातों में 11 हजार 860 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है।

राज्य में बीते सालों की गेहूं खरीदारी के आंकड़ों पर गौर करें तो एक बात साफ हो जाती है कि इससे पहले कभी भी 100 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीदारी नहीं हुई है। उपलब्ध आंकड़े बताते है कि प्रदेश में वर्ष 2013-14 में 63 लाख 53 हजार मीट्रिक टन, वर्ष 2014-15 में 72 लाख एक हजार मीट्रिक टन, वर्ष 2015-16 में 73 लाख 10 हजार मीट्रिक टन, वर्ष 2016-17 में 39 लाख 91 हजार मीट्रिक टन, वर्ष 2017-18 में 67 लाख 25 हजार मीट्रिक टन, वर्ष 2018-19 में 73 लाख 16 हजार मीट्रिक टन तथा वर्ष 2019-20 में 73 लाख 69 हजार मीट्रिक टन गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदारी की गई है।

वहीं मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि गेहूं खरीदी का लक्ष्य भले ही पूरा हो गया हो, मगर किसानों का पूरा गेहूं खरीदा जाएगा। किसानों को चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

Created On :   22 May 2020 2:00 PM IST

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