प्री-आईपीओ के बिना फास्ट-ट्रैक लिस्टिंग के लिए सीधे आईपीओ की ओर अग्रसर हो सकता है पेटीएम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पेटीएम 2.2 बिलियन डॉलर के आईपीओ की ओर अग्रसर है । कई स्रोतों ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की है कि फिनटेक दिग्गज प्री-आईपीओ योजनाओं के साथ आगे नहीं बढ़ने पर विचार कर रहा है, ताकि कंपनी के बाजार की शुरुआत की समयरेखा को तेजी से ट्रैक किया जा सके।
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि कंपनी आईपीओ में अतिरिक्त कदम नहीं जोड़ना चाहती है और ज्यादातर सीधे बाजार में सूचीबद्ध होने की ओर अग्रसर है।
हालांकि, प्री-आईपीओ वृद्धि को रोकने की कंपनी की योजना, जिसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है, किसी भी मूल्यांकन अंतर से संबंधित नहीं है, कई सूत्रों ने घटनाक्रम से अवगत कराया है। पेटीएम अपने आईपीओ के लिए 20-22 अरब डॉलर के मूल्यांकन की मांग कर रहा है। कंपनी का अंतिम मूल्य 16 बिलियन डॉलर था।
कंपनी के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में यह भी उल्लेख है कि यह प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर विचार कर सकता है। एक सूत्र ने कहा, प्री-आईपीओ हमेशा बाजार की शुरूआत के लिए जाने वाली कंपनियों के लिए एक विकल्प होता है और अधिकांश कंपनियों द्वारा इसका प्रयोग नहीं किया जाता है।
डीआरएचपी में प्री-आईपीओ विकल्प रखना समझदारी है, अन्यथा कंपनी कोई प्राथमिक पूंजी नहीं जुटा सकती है। कंपनियां अंत में प्री-आईपीओ विकल्प नहीं अपनाती हैं क्योंकि इससे केवल प्रक्रिया में देरी होती है। पेटीएम देश की अग्रणी वित्तीय सेवा कंपनी है और इसने राजस्व लाने के लिए एक मल्टी-स्टैक भुगतान संरचना का निर्माण किया है।
सूत्रों के मुताबिक, पेटीएम को आईपीओ के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से जल्द ही हरी झंडी मिल सकती है। पेटीएम 333 मिलियन से अधिक उपभोक्ताओं और 21 मिलियन से अधिक व्यापारियों (31 मार्च, 2021 तक) को भुगतान सेवाएं, वाणिज्य और क्लाउड सेवाएं और वित्तीय सेवाएं प्रदान करता है।
आईएएनएस
Created On :   22 Oct 2021 4:01 PM IST