टाटा ने लेस्बियन, गे, बाई-सेक्सुअल, ट्रांसजेडर और क्वीर (एलजीबीटीक्यू) कर्मियों लिए बनायी विशेष एचआर पॉलिसी, पार्टनर को भी मिलेगा हेल्थ बीमा कवर
- इसके पहले टाटा स्टील ने भी वर्ष 2019 में अपने एलजीबीटीक्यू कर्मचारियों के लिए विशेष पॉलिसी का एलान किया था
डिजिटल डेस्क, रांची। टाटा स्टील ने मैन पावर में विविधता लाने के लिए लेस्बियन, गे, बाई-सेक्सुअल, ट्रांसजेडर और क्वीर (एलजीबीटीक्यू प्लस) समुदाय के लिए विशेष एचआर पॉलिसी बनायी है। कंपनी ने आगामी 2025 तक अपने टोटल मैनपावर में 25 प्रतिशत महिलाओं सहित एलजीबीटीक्यू समुदाय को नियोजित करने का लक्ष्य तय किया है। कंपनी ने आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा की है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए चरणबद्ध तरीके से प्रयास शुरू कर दिये गये हैं।
इसी कड़ी में टाटा के नोआमुंडी स्थित आयरन ओर माइन्स में दो दर्जन महिला इंजीनियर एवं ऑपरेटर्स और वेस्ट बोकारो स्थित इकाई में 16 ट्रांसजेंडर्स को एक साथ नियुक्त किया गया है। इन सभी को भारी मशीनों के संचालन के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया है। कंपनी का कहना है कि हम मानव मात्र की समानता में विश्वास करते हैं और इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए सभी को कार्यस्थलों पर लैंगिक भेदभाव के बिना समान अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
टाटा समूह की कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (टीसीपीएल) ने एलजीबीटीक्यू समुदाय के लिए एक दिसंबर 2021 से ग्रुप हेल्थ बीमा पॉलिसी लागू करने का एलान किया है। इस पॉलिसी में एलजीबीटीक्यू समुदाय के कर्मी अपने पार्टनर की घोषणा कर उन्हें भी हेल्थ बीमा कवर का लाभ दे सकते हैं। पार्टनर को कर्मियों के परिवार का सदस्य मानकर इस पॉलिसी का लाभ दिया जायेगा।
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के ग्लोबल सीएचआरओ, अमित चिंचोलिकर ने कहा है कि टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने हमेशा से कार्यस्थल पर विविध मानव बल की तैनाती का न सिर्फ समर्थन किया है, बल्कि उनके लिए विशेष एचआर पॉलिसी बनायी है। हमें अपने एलजीबीटीक्यू कर्मचारियों के पार्टनर के लिए चिकित्सा बीमा कवर का विस्तार करने में प्रसन्नता हो रही है और हमें विश्वास है कि यह हमारे लोगों को हमारे व्यवसाय के केंद्र में रखते हुए बेहतर जुड़ाव को बढ़ावा देगा।
बता दें कि इसके पहले टाटा स्टील ने भी वर्ष 2019 में अपने एलजीबीटीक्यू कर्मचारियों के लिए विशेष पॉलिसी का एलान किया था, जिसके तहत वे अपने पार्टनरों की पहचान का खुलासा कर उनके लिए कंपनी द्वारा देय लाभ प्राप्त कर सकते थे। ऐसे कर्मचारियों को बच्चा गोद लेने पर मातृत्व एवं पितृत्व अवकाश का लाभ भी दिया जा रहा है।
आईएएनएस
Created On :   13 Dec 2021 3:00 PM IST