वैश्विक खाद्य संकट होने की आशंका नहीं
नई दिल्ली, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ट्रेडोस अदनोम घेब्रेयसस, संयुक्त राष्ट्र अनाज व कृषि संगठन के महानिदेशक छू तुंग यू तथा विश्व व्यापार संगठन के महानिदेशक रॉबटरे अजवेदो ने एक संयुक्त वक्तव्य जारी कर विभिन्न देशों से महामारी की वजह से खाद्य संकट को रोकने की अपील की। इस खबर से लोगों में चिन्ताएं पैदा होने लगी हैं।
लेकिन वास्तव में वैश्विक खाद्य संकट होने की आशंका मौजूद नहीं है। चीनी राज्य परिषद के विकास अनुसंधान केंद्र के ग्रामीण अर्थव्यवस्था विभाग के प्रधान ये शींगछींग ने कहा कि चीन अपनी 1.4 अरब जनसंख्या की अनाज आप्रू्ति करने में बिल्कुल समर्थ है। संयुक्त राष्ट्र अनाज व कृषि संगठन की रिपोर्ट के अनुसार चीन में अनाज का दाम स्थिर है और अनाज का भंडारण भी पर्याप्त है। इस साल गेहूं और चावल उत्पादन क्षेत्र की स्थितियां भी अच्छी बनी हुई हैं। अनाज का अच्छा उत्पादन होने की संभावना है।
नयी शताब्दी में प्रविष्ट होने के बाद विश्व में प्राकृतिक आपदा के कारण तीन बार खाद्य संकट आया। लेकिन इधर पांच सालों में विश्व का औसत खाद्य उत्पादन 2.5 अरब टन बना हुआ है, और अनाज का कुल उत्पादन मांग से अधिक है।
लेकिन संयुक्त राष्ट्र संघ के अनाज विशेषज्ञों ने फिर भी इस बात पर ध्यान दिया है कि अफ्रीकी देश जैसे अंगोला, नाइजीरिया और चाड तथा मध्य पूर्व के यमन, ईरान, इराक आदि देश अनाज के आयात पर निर्भर रहते हैं। महामारी की वजह से इन देशों के अनाज आयात के प्रति सजग रहना चाहिए। इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन, संयुक्त राष्ट्र अनाज व कृषि संगठन तथा विश्व व्यापार संगठन के महानिदेशकों ने अपने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि खाद्य बाजार के संचालन को सुनिश्चित करना चाहिए और महामारी के कारण खाद्य आपूर्ति श्रृंखला को होने वाली क्षति को कम करने के लिए साथ-साथ काम करना चाहिये।
(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)
-- आईएएनएस
Created On :   7 April 2020 1:00 AM IST