शिक्षण में आई रुकावटों का पता लगाने के लिए 38 लाख छात्रों का होगा सर्वेक्षण

शिक्षण में आई रुकावटों का पता लगाने के लिए 38 लाख छात्रों का होगा सर्वेक्षण
1 लाख 23 हजार स्कूलों में कोरोना का असर शिक्षण में आई रुकावटों का पता लगाने के लिए 38 लाख छात्रों का होगा सर्वेक्षण

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोविड महामारी के दौरान शिक्षण में किस प्रकार की रुकावटें आईं यह जानने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 38 लाख छात्रों का आकलन किया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय देश भर के 1.23 लाख स्कूल और 38 लाख छात्रों का एक सर्वेक्षण करेगी। सीबीएसई व एनसीईआरटी की मदद से यह सर्वेक्षण किया जा रहा है। राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण का यह अगला दौर पूरे देश में 12 नवम्बर, 2021 को आयोजित किया जाएगा। इससे कोविड महामारी के दौरान शिक्षण में आई रुकावटों और नए शिक्षण का आकलन करने और सुधारात्मक उपाय करने में मदद मिलेगी।

भारत सरकार तीन वर्ष की चक्र अवधि के साथ कक्षा 3, 5, 8 और 10वीं के आकलन के उद्देश्य से नमूना आधारित राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) का एक आवर्ती (रोलिंग) कार्यक्रम लागू कर रही है। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक उपकरण विकास, परीक्षा, परीक्षा मदों को अंतिम रूप देने, स्कूलों के नमूने आदि का कार्य एनसीईआरटी द्वारा किया गया है। हालांकि, नमूने लिए गए स्कूलों में परीक्षा की वास्तविक व्यवस्था संबंधित राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ सहयोग से सीबीएसई द्वारा की जाएगी। शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि एनएएस 2021 में पूरे देश के सभी स्कूलों यानी सरकारी स्कूलों (केन्द्र सरकार और राज्य सरकार), सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों और निजी स्कूलों को शामिल किया जाएगा। यह उम्मीद की जाती है कि 36 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 733 जिलों में लगभग 1.23 लाख स्कूल और 38 लाख छात्र एनएएस 2021 में शामिल होंगे।

एनएएस कक्षा 3 और 5 के लिए भाषा, गणित और ईवीएस में कक्षा 8 के लिए भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में और कक्षा 10 के लिए भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और अंग्रेजी में किया जाएगा। परीक्षा असमी, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, मिजो, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, उर्दू, बोडो, गारो, खासी, कोंकणी, नेपाली, भूटिया और लेप्चा को शामिल करते हुए शिक्षा के 22 माध्यमों में आयोजित की जाएगी। इस सर्वेक्षण को सुचारू और निष्पक्ष रूप से आयोजित करने के लिए 1,82,488 क्षेत्र अन्वेशक, 1,23,729 पर्यवेक्षक, 733 जिला स्तरीय समन्वयक और जिला नोडल अधिकारियों के अलावा प्रत्येक राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश में 36 राज्य नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा, इस सर्वेक्षण के समग्र कामकाज की निगरानी और सर्वेक्षण के निष्पक्ष आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए जिलों में 1500 बोर्ड प्रतिनिधि नियुक्त किए गए हैं। सभी कर्मियों को उनकी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के संबंध में व्यापक प्रशिक्षण दिया गया है।

इस एनएएस को आयोजित करने के लिए सीबीएसई के अध्यक्ष के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय संचालन समिति का गठन किया गया है। एनएएस 2021 को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए विभिन्न प्रमुख पदाधिकारियों के साथ तालमेल को सक्षम बनाने के लिए एक पोर्टल की शुरूआत की गई है। एनएएस 2021 के लिए प्राथमिक और माध्यमिक दोनों स्तरों के लिए राज्य और जिला रिपोर्ट कार्ड जारी किए जाएंगे और इन्हें सार्वजनिक क्षेत्र में रखा जाएगा। पिछला राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण कक्षा 3, 5 और 8 के स्तर पर बच्चों में विकसित योग्यताओं का आकलन करने के लिए 13 नवम्बर, 2017 को आयोजित किया गया था।

(आईएएनएस)

Created On :   10 Nov 2021 10:30 AM GMT

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