Amravati News: मानव अस्तित्व से जुड़ा है पक्षी संरक्षण, देशभर से 300 पक्षी मित्रों ने लिया हिस्सा

मानव अस्तित्व से जुड़ा है पक्षी संरक्षण, देशभर से 300 पक्षी मित्रों ने लिया हिस्सा
  • अमरावती में 38वां महाराष्ट्र राज्य और तीसरे अखिल भारतीय पक्षी मित्र सम्मेलन का शुभारंभ
  • विविध पुरस्कारों का वितरण व पुस्तकों का विमोचन

Amravati News भले ही हम इस तथ्य से अनभिज्ञ क्यों न हों, परंतु पक्षियों का संरक्षण मानव अस्तित्व से गहराई से जुड़ा हुआ है। जब तक हम प्रकृति और पक्षियों के साथ सहअस्तित्व का भाव नहीं अपनाएंगे, तब तक पर्यावरण संतुलन बनाए रखना असंभव है। ऐसा संदेश महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव प्रवीण सिंह परदेशी ने दिया। वे संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में वन्यजीव व पर्यावरण संवर्धन संस्था (वैक्स) द्वारा आयोजित 38वें महाराष्ट्र राज्य तथा तीसरे अखिल भारतीय पक्षी मित्र सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में शनिवार को मुंबई से वर्चुअल बोल रहे थे। रविवार 2 नवंबर को प्रवीण परदेशी इस सम्मेलन के लिए अमरावती आ रहे हैं। दो दिवसीय इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर से आए 300 से अधिक पक्षी मित्रों ने भाग लिया।

प्रकृति पर निर्भर आजीविका वाले जुड़ंे : परदेशी ने कहा कि पक्षी संरक्षण के लिए केवल पर्यावरणप्रेमियों या वैज्ञानिकों का प्रयास पर्याप्त नहीं होगा। समाज के उन वर्गों को भी जोड़ना होगा, जिनकी आजीविका प्रकृति पर निर्भर है। जैसे मछुआरे, चरवाहे, किसान आदि। इन समुदायों को साथ लेकर ही पक्षियों के आवास और प्राकृतिक निवास स्थलों को संरक्षित किया जा सकता है।

विविध पुरस्कारों से सम्मेलन का आगाज : सम्मेलन का शुभारंभ पक्षीमित्र जीवन गौरव, पक्षी संवर्धन, पक्षी जनजागृति, पक्षी संशोधन, नवोदित पक्षिमित्र और पक्षी साहित्य पुरस्कारों के वितरण के साथ हुआ। इस अवसर पर वैक्संस स्था के 25 वर्ष पूर्ण होने पर प्रकाशित विशेषांक ‘रानवेध’ तथा पक्षी संरक्षण विषयक अन्य पुस्तकों का लोकार्पण भी किया गया। सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर प्रधान वन्यजीव संरक्षक श्रीनिवास रेड्डी, अमरावती महानगरपालिका आयुक्त सौम्या शर्मा-चांडक, पूर्व महापौर मिलिंद चिमोटे, पूर्व सम्मेलनाध्यक्ष अनिल माली, महाराष्ट्र पक्षिमित्र संघ के अध्यक्ष जयंत वडतकर उपस्थित थे।


Created On :   2 Nov 2025 3:10 PM IST

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