Chandrapur News: दो किसानों का शिकार करने वाला बाघ हुआ पिंजराबंद

दो किसानों का शिकार करने वाला बाघ हुआ पिंजराबंद
24 घंटे में जिले से 5 बाघ पकड़े गए

Chandrapur News चंद्रपुर जिले में विविध स्थानों पर आतंक मचाने वाले बाघों को पिंजराबंद करने के लिए वनविभाग की टीम ने विशेष प्रमुख चलाकर 24 घंटे में रिकार्ड 5 बाघों को ट्रैंक्यूलाइज कर पिंजराबंद किया। चंद्रपुर जिले में संभवत: यह पहली ही कार्रवाई है। चिमूर तहसील के शंकरपुर और शिवरा गांव के दो किसानों की जान लेने वाले खूंखार बाघ को वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद काबू में कर लिया। इस बाघ को पकड़ने के लिए पिछले पांच दिनों से लगातार अभियान चलाया जा रहा था। दूसरी ओर सावली तहसील में भी 24 घंटे में मां बाघिन और उसके 3 शावकों को पिंजराबंद किया गया था।

बता दें कि, चिमुर वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत शंकरपुर उपवनक्षेत्र के डोमा बीट में 26 अक्टूबर को नीलकंठ भुरे और 5 नवंबर को ईश्वर भरडे नामक दो किसानों पर बाघ ने हमला कर उन्हें अपना शिकार बना लिया था। इन घटनाओं से ग्रामीणों में जबरदस्त रोष था। आक्रोशित ग्रामीणों ने शंकरपुर में नौ घंटे तक शव रखकर रास्ता जाम किया और जब तक बाघ पकड़ा नहीं जाएगा तब तक अंत्येष्टि न करने का ऐलान किया था।

जनाक्रोश को देखते हुए वन विभाग ने 6 नवंबर से बाघ को पकड़ने का अभियान शुरू किया। इसके तहत छह पालतू जानवरों को चारा के रूप में बांधा गया था। लगभग 35 वनकर्मी और मज़दूर 24 घंटे इलाके में नजर रखे हुए थे। पांच दिनों की अथक कोशिशों के बाद सोमवार सुबह बाघ ने एक पालतू जानवर का शिकार किया। शाम को जब वह फिर खाने लौटा, तभी वन विभाग की टीम ने उसे बेहोश कर जिंदा पकड़ लिया। यह अभियान वन चिकित्सक डा. खोब्रागड़े, शार्पशूटर अजय मराठे और उनकी टीम ने सफलतापूर्वक पूरा किया। इस दौरान सहायक उपवन संरक्षक महेश गायकवाड़, चिमूर वनपरिक्षेत्र अधिकारी किशोर देऊरकर, बायोलॉजिस्ट राकेश आहूजा और अन्य वनकर्मी मौके पर मौजूद थे। पकड़े गए बाघ को आगे के निरीक्षण और इलाज के लिए टीटीसी सेंटर, चंद्रपुर भेजा गया है। यह भी पढ़े -जंगल में लकड़ियां काट रहा था किसान अचानक घसीटकर ले गया बाघ

Created On :   12 Nov 2025 3:47 PM IST

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