महाराष्ट्र से हर रोज लापता हो रहीं हैं 70 लड़कियां, राज्य सरकार की उड़ी नींद

महाराष्ट्र से हर रोज लापता हो रहीं हैं 70 लड़कियां, राज्य सरकार की उड़ी नींद
राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा रुपाली चाकणकर ने चिंता जताई है। इस साल तीन महीनों में 5610 लड़कियां लापता हुईं है।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र से लड़कियों के लापता होने के आंकड़ों ने राज्य सरकार की नींद उड़ा दी है। पिछले तीन महीने में राज्य के अलग-अलग जिलों से लापता होने वाली लड़कियों का आंकड़ा 5 हजार 610 तक पहुंच गया है। प्रतिदिन लापता होने वाली लड़कियों की संख्या करीब 70 बताई जा रही है। लापता हुईं लड़कियों की उम्र 18 से 25 साल के बीच है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा रुपाली चाकणकर ने राज्य सरकार पर लापता होने वाली लड़कियों की खोजबीन के लिए गंभीर नहीं होने के आरोप लगाए हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सांसद सुप्रिया सुले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस मामले में दखल देने की मांग की है।

लापता लड़कियों का हो रहा है यौन शोषण

राज्य महिला आयोग से मिले आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि राज्य के अलग-अलग जिलों से लापता होने वाली लड़कियों की संख्या हर महीने बढ़ती जा रही है। इसी साल जनवरी महीने में 1 हजार 600 लडकियां लापता हुईं थीं, जबकि फरवरी में यह आंकड़ा 1 हजार 810 तक पहुंच गया। मार्च महीने में तो लापता होने वाली लड़कियों की संख्या 2 हजार 200 पहुंच गई। लड़कियों के लापता होने के बढ़ते मामले देख राज्य महिला आयोग भी हरकत में आ गया।

महिला आयोग की अध्यक्षा रुपाली चाकणकर ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि हमने पुलिस से इस तरह के मामलों की तेजी से जांच करने की मांग की है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। चाकणकर ने आशंका जताई है कि अगर लापता हुईं इन लड़कियों को जल्द नहीं ढूंढा गया, तो इनकी मानवीय तस्करी हो सकती है। उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि लापता होने वाली ज्यादातर लड़कियों का यौन शोषण भी किया जा रहा है। प्रति महीने बढ़ रहीं घटनाएं सरकार के लिए चिंताजनक हैं। चाकणकर ने गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।

सरकार क्या कार्रवाई कर रही- सुप्रिया सुले

राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने लापता हो रहीं लड़कियों के मामले में चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार पर निशाना साधा है। सुले ने कहा कि 18 से 25 साल की लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपहरण करने के मामलों में इजाफा हुआ है। सुले ने कहा कि यह काफी गंभीर मामला है और राज्य सरकार इन लड़कियों को खोजने के लिए क्या कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर महिला एवं बाल विकास विभाग को भी तत्परता दिखानी चाहिए। सुले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस मामले को गंभीरता से देखने की मांग की है। आंकड़ों से जानकारी सामने आई है कि शहरों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों से लड़कियों के लापता होने के मामले ज्यादा सामने आए हैं।

महाराष्ट्र से सबसे ज्यादा गायब हो रहीं लड़कियां

राज्य महिला आयोग ने बताया कि देश में साल 2020 से लेकर अब तक गायब होने वाले लोगों की सूची में महाराष्ट्र पहले स्थान पर है। पुणे, नाशिक, कोल्हापुर और ठाणे जिलों में लापता होनेवाली लड़कियों की संख्या सबसे ज्यादा पाई गई है। मार्च 2023 में लापता हुईं लड़कियों की संख्या इस प्रकार है।

लोढ़ा का प्रतिक्रिया देने से इंकार

महिला एवं बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा से जब लड़कियों के लापता होने के मामले में पूछा गया कि सरकार क्या कार्रवाई कर रही है, तो उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया। राज्य में लापता हो रहीं लड़कियों की बढ़ती संख्या पुलिस के साथ-साथ राज्य सरकार की भी नींद उड़ गई है।

जिला लापता लड़कियों की संख्या

पुणे 228

नाशिक 161

कोल्हापुर 114

ठाणे 133

अहमदनगर 101

जलगांव 81

सांगली 82

यवतमाल 74


लड़कियां गायब होती रहीं

जनवरी: 1, 600 लडकियां लापता

फरवरी: 1, 810 लडकियां लापता

मार्च: 2, 200 लडकियां लापता

Created On :   8 May 2023 9:45 PM IST

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