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Gondia News: गोंदिया में खरीदी केंद्र तो दूर अब तक पंजीयन ही नहीं हुआ शुरू

Gondia News इस वर्ष नवंबर माह प्रारंभ हुए भी एक सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन अब तक शासकीय धान खरीदी के लिए जिला मार्केटिंग फेडरेशन पर आदिवासी विकास महामंडल के शासकीय धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं हुए हंै। फलस्वरूप मजबूरन किसानों को मात्र 300 से 500 रुपए प्रति क्विंटल कम दाम पर अपने धान की बिक्री करनी पड़ रही है।
बता दें कि, जिला मार्केटिंग अधिकारी विवेक इंगले ने 1 नवंबर से ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया का काम शुरू करने की जानकारी दी थी, जाे 30 नवंबर तक शुरू रहेगा। जबकि वास्तविकता यह है कि नवंबर माह के 11 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक पंजीयन ही शुरू नहीं किया गया है। इससे किसानों को अपना धान समर्थन मूल्य से कम दर पर व्यापारियों के हाथों बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इस संदर्भ में जिला मार्केटिंग अधिकारी िवेक इंगले ने बताया कि, 158 धान खरीदी केंद्रों को शुरू करने की मंजूरी जिला प्रशासन द्वारा दे दी गई है। लेकिन पंजीकरण का काम होने के बाद ही प्रत्यक्ष खरीदी शुरू हो पाएगी। अगले दो-तीन दिनों में तकनीकी बाधाओं को दूर कर पंजीयन शुरू हो जाएगा, ऐसी जानकारी दी है।
गौरतलब है कि, सरकारी धान खरीदी केंद्रों पर होने वाली अनियमितताओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने पिछले दो वर्षों से धान की बिक्री करने वाले किसानों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया है। पंजीयन की प्रक्रिया नवंबर के प्रारंभ से ही शुरू की गई, लेकिन बीम पोर्टल पर फार्मर आईडी के साथ किसानों का खाता संलग्न न होने के कारण उसे अपलोड करने का काम चल रहा है। यह काम पूरा होने के बाद ही किसान अपना पंजीयन करा सकेंगे। जब तक पंजीयन ही नहीं होगा तो धान खरीदी केंद्र कैसे शुरू होंगे? यह समस्या बनी हुई है।
प्रक्रियागत बाधाओं के कारण सरकारी धान खरीदी केंद्रों पर प्रत्यक्ष में खरीदी इस माह के अंत तक ही शुरू होने की संभावना है। एक ओर सरकारी धान खरीदी केंद्रों को शुरू होने में देरी हो रही है तो दूसरी ओर किसान खरीफ सीजन के हल्के धान की फसल को चुराई के बाद बिक्री के लिए खुले बाजार में लाने लगे है। लेकिन वहां उन्हें केंद्र सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य के अनुसार अपनी उपज का दाम नहीं मिल रहा हंै। फलस्वरूप उन्हें कम दर पर अपने धान की बिक्री करनी पड़ रही हंै। इधर मौसम की मार से एेन कटाई के मौके पर किसानों की फसल बर्बाद कर दी।
एक तो बेमौसम बारिश की मार से धान फसल का नुकसान, दूसरी ओर सरकारी धान खरीदी केंद्र शुरू होने में हो रहा विलंब एवं तीसरा रबी मौसम की तैयारियों के बीच जिले के किसान फंसे हुए है। इस संदर्भ में जिला मार्केटिंग अधिकारी िवेक इंगले ने बताया कि,158 धान खरीदी केंद्रों को शुरू करने की मंजूरी जिला प्रशासन द्वारा दे दी गई है। लेकिन पंजीकरण का काम होने के बाद ही प्रत्यक्ष खरीदी शुरू हो पाएगी। अगले दो-तीन दिनों में टेक्निकल बाधाओं को दूर कर पंजीयन शुरू हो जाएगा। -विवेक इंगले, जिला मार्केटिंग अधिकारी, गोंदिया
Created On :   12 Nov 2025 4:24 PM IST















